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Indian Railways : कोहरे में सेफ्टी के लिए रेलवे ट्रैक पर चलेंगे पटाखे

रेलवे ने आगामी दिनों में कोहरे के दौरान ट्रेनों का सुरक्षित संचालन करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई है। कोहरे के दौरान ट्रेन के इंजनों को सेफ्टी डिवाइस से लैस किया जाएगा।

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पाली . रेलवे ने आगामी दिनों में कोहरे के दौरान ट्रेनों का सुरक्षित संचालन करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई है। कोहरे के दौरान ट्रेन के इंजनों को सेफ्टी डिवाइस से लैस किया जाएगा। उत्तर-पश्चिम रेलवे में 877 फोग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध हैं। इसके अलावा उत्तर पश्चिम रेलवे सहित अन्य क्षेत्रीय रेलवे के मंडलों के कोहरे वाले रेलखण्ड के स्टेशनों, समपार फाटकों एवं पूर्व चिन्हित जगहों पर डेटोनेटर (पटाखे) की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। पिछले कई दशकों से घना कोहरे के दौरान ट्रेन के चालक को सतर्क करने के लिए पटाखे चलाए जाते हैं।
उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के कारण रेल यातायात प्रभावित होता है। दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर मथुरा और दिल्ली के बीच में सबसे ज्यादा कोहरे का असर रहता है। वहीं पश्चिम रेलवे के जयपुर एवं बीकानेर मण्डल के रेलखण्ड कोहरे की अधिकता से प्रभावित रहते हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे पर कोहरे की अधिकता वाले रेलखण्डों को चिन्हित किया गया है। सभी कोहरे से प्रभावित स्टेशनों पर दृश्यता परीक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

चालक को सतर्क करता है डिवाइस
घने कोहरे वाले रेलखण्डों में चलने वाली ट्रेनों में चालक को फोग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। फोग सेफ्टी डिवाइस को इंजन पर लगा दिया जाता है। यह डिवाइस ऑन होने के बाद जीपीएस प्रणाली से उस खण्ड में स्थित सभी सिग्नलों की दूरी के बारे में ट्रेन चालक को पूर्व में ही अवगत कराता रहता है। जिससे लोको पायलेट अपनी गाडी की स्पीड की नियंत्रित कर संरक्षा सुनिश्चित करता है।

प्रशिक्षण भी दे रहे
इसके अतिरिक्त कोहरे वाले रेलखण्डों में सभी स्तर के कर्मचारियों के लिए सेफ्टी सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। कम तापमान के दौरान रेल वेल्डिंग फेलियर की पहचान कर उनको रिपेयर किया जा रहा है। फिश प्लेटों का अनुरक्षण, ट्रेक रिन्युअल जैसे कार्य पूरे किए जा रहे हैं।

चमकीले साइन बोर्ड भी लगा रहे

चालक दल को सिग्नल एवं अन्य संकेतकों की दृश्यता ठीक प्रकार से दिखे इसके लिए संकेतकों पर पुनः पेटिंग एवं चमकीले साइन बोर्ड तथा संकेतकों के पास गिट्टियों को चुने से रंगा गया है। इसके अतिरिक्त ऐसे खण्ड में पेट्रोलिंग की आवृत्ति को बढ़ाया गया है।