
पाली.
प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों (केजीबी) में कई बार राशन की कमी आने पर आनन-फानन में बाजार से गेहूं मंगवाना पड़ता है। इससे बालिकाओं के साथ वार्डन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए अब केजीबी का संस्थागत राशन कार्ड बनाया जाएगा। यह राशन कार्ड बनने के बाद जिला रसद विभाग को केजीबी की छात्राओं के अनुसार अतिरिक्त गेहूं मिलेगा, जो रसद विभाग केजीबी में देगा। इस कार्रवाई को पूरा करने के लिए राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद के अतिरिक्त आयुक्त ने प्रदेश के सभी केजीबी व सर्व शिक्षा अभियान के अतिरिक्त परियोजना समन्वयकों को पालना रिपोर्ट भेजने के आदेश भी दे दिए हैं।
एक बालिका को मिलेगा पांच किलो गेहूं
यह राशन कार्ड बनने के बाद हर बालिका के लिए पांच किलो गेहूं का आवंटन किया जाएगा। इससे केजीबी में फिलहाल आ रहे गेहूं की तरह मात्रा कभी कम-ज्यादा नहीं मिलेगी और पूरे माह खाद्यान्न की समस्या नहीं आएगी।
आधार नम्बर होगा शामिल
यह राशन कार्ड प्रत्येक बालिका के बजाय पूरी केजीबी का बनाया जाएगा। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान की ओर से सभी केजीबी छात्राओं की एक सूची तैयार कर रसद विभाग को भेजी जाएगी। उस सूची में छात्राओं के नाम के साथ उनके आधार नम्बर का भी अंकन होगा। इन सूचियों की संख्या के आधार पर प्रत्येक केजीबी का संस्थागत राशन कार्ड बनाया जाएगा। इस राशन कार्ड में वार्डन का आधार नम्बर भी जोड़ा जाएगा। वार्डन का तबादला होने पर दूसरी वार्डन का आधार नम्बर लिखवाना होगा।
एक शिक्षण सत्र में होगा मान्य
केजीबी में बनने वाला राशन कार्ड एक सत्र के लिए ही होगा। दूसरा सत्र शुरू होने पर बालिकाओं की नई सूची के अनुसार दूसरा राशन कार्ड तैयार करवाना होगा। यह राशन कार्ड बनाने पर इसमें शामिल छात्राओं का नाम उनके परिवार के राशन कार्ड से नहीं हटाया जाएगा।
सूची करवा रहे तैयार
केजीबी में रहने वाली बालिकाओं की सूची तैयार करवा रहे हैं। सूची तैयार होते ही उसे रसद विभाग को भेजकर जल्द राशन कार्ड बनवाने की कार्रवाई करेंगे।
जगदीशचन्द्र राठौड़, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, सर्व शिक्षा अभियान, पाली
Published on:
02 Dec 2017 12:33 pm
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