
ग्लैंडर्स बीमारी : घोड़ों को होने वाली बीमारी से पशुपालन विभाग सतर्क
बाबरा. प्रदेश में पुष्कर के सबसे बड़े पशु मेले से पूर्व ही पशुपालन विभाग घोड़ों में होने वाली ग्लैंडर्स बीमारी को लेकर सकर्त हो गया है। इसके लिए पशुपालन विभाग जल्द ही अश्व पालकों के घोड़ों के रक्त के नमूने एकत्रित किए जाने की कवायद शुरू करेगा।
जिले के पशु रोग निदान केन्द्र प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि 12 नवम्बर तक पुष्कर मेले में पहुंचने वाले अश्व पालकों के घोड़े-घोडिय़ों के रक्त नमूने के सीरम को लेकर की जाने वाली जांच 16 अक्टूबर से शुरू होगी। पशुपालन विभाग द्वारा जारी किए जाने वाला ग्लैंडर्स मुक्त प्रमाण-पत्र की अवधि 28 दिन तक मान्य रहेगी। इसके लिए जिले के अश्व पालक अपने घोड़े-घोडिय़ों के लिए रक्त नमूने की सीरम जांच करवाने के लिए निकटतम पशु चिकित्सा केन्द्र पर सम्पर्क कर सकते हैं। रक्त की जांच के आधार पर सीरम से नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही पशुपालन विभाग द्वारा ग्लैंडर्स मुक्त प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा। जारी किए प्रमाण-पत्र 28 दिन की अवधि के बाद मान्य नहीं रहेगा। गौरतलब है कि ग्लैंडर्स अश्व जाति के पशुओं में होने वाली सबसे खतरनाक संक्रामक बीमारी है। यह रोग रोगी ग्रस्त अश्व से मानव में फैल सकता है। इसकी व्यापक रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग पुष्कर में लगने वाले पशु मेले को लेकर सतर्क हो गया है।
बर्क होल्डेरिया मैलाई है जीवाणु
जिला पशु रोग निदान केन्द्र के डॉ. सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि ग्लैंडर्स नामक बीमारी अश्व जाति के पशुओं में बर्क होल्डेरिया मैलाई जीवाणु से होती है। इस जीवाणु से अश्व के शरीर में अनगिनत दानेदार पीबयुक्त फोड़े-फुंंसियां निकल आते हैं। संक्रामक यह बीमारी संक्रमिक अश्व से मानव में फैलने की आशंका बनी रहती है।
क्षेत्र से पहुंचते अश्व पालक
अजमेर जिले के पुष्कर में आयोजित होने वाले प्रदेश के सबसे बड़े पशु मेले में जिले व क्षेत्र से अधिकांश अश्व पालक घोड़ों की खरीद-फरोख्त के लिए पुष्कर पहुंचते हैं। इस वर्ष भी ग्लैडर्स बीमारी मुक्त प्रमाण-पत्र की प्राप्ति पर ही अश्व पालक घोड़ों को लेकर पुष्कर जा सकेंगे।
ग्लैडर्स मुक्त प्रमाण-पत्र 28 दिन तक मान्य
ग्लैंडर्स अश्व जाति के पशुओं में पाई जानी वाली खतरनाक संक्रामक बीमारी है। इसके सम्पर्क में आने मानव जीवन के लिए भी खतरा रहता है। पुष्कर मेले में जाने वाले अश्व पालकों के घोड़े-घोडिय़ों के रक्त नमूने के सीरम से नेगेटिव रिपोर्ट मिलने पर 28 दिन की अवधि तक जारी किए जाते हैं। इस अवधि तक के प्रमाण-पत्र पर ही अश्व पालकों के घोड़े घोडिय़ों को पुष्कर मेले में प्रवेश मिलेगा। इसके लिए 16 अक्टूबर से रक्त नमूने एकत्रित किए जाएंगे।
- डॉ. सुरेशकुमार शर्मा, जिला प्रभारी, पशुरोग निदान केन्द्र, पाली
Published on:
10 Oct 2019 05:05 am
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