पाली की अनुराधा का विवाह होने के बाद स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही से तंदुरुस्ती कम हो गई। पति के साथ भी ऐसा ही हुआ। बच्चा होने के बाद तो अनुराधा का शरीर बढ़ गया। इस पर वे चिकित्सक के पास पहुंची और बात की। उनकी सलाह पर पति के साथ रोजाना व्यायाम व सुबह भ्रमण शुरू किया। अब वे पहले की तरह फिर से तंदुरुस्त व तरोताजा महसूस करती है और दिखती भी है।
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Health awareness… शादी के बाद अधिकांश नवयुगल अपनी तंदुरुस्ती खो रहे हैं। महिलाएं पहले बच्चे के बाद तंदुरुस्त रहने से दूर हो जाती है। वे बच्चों, परिवार व पति की देखभाल में ही अपना अधिक ध्यान देती है। पुरुषों में विवाह के बाद शारीरिक बदलाव उसके खान-पान और व्यस्त दिनचर्या के कारण आ जाते है। पुरुष मोटे होने लगते है। व्यायाम की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं, लेकिन अब अधिकांश युगल विवाह व बच्चे को जन्म देने के बाद अपनी तंदुरुस्ती पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। इसके लिए वे चिकित्सकों की सलाह के साथ व्यायाम व वॉकिंग के लिए समय निकालना नहीं भूलते। इसी का परिणाम है कि आज के नवयुगल फिर से अपनी तंदुरुस्ती पा रहे हैं।
प्रसव के समय हो जाता है अवसाद
चिकित्सकों के अनुसार प्रसवोत्तर अवसाद एक सामान्य मनोदशा है। ऐसी मनोदशा के एक-दो मरीज रोजाना हर चिकित्सक के पास आ जाते हैं। मां बनने के बाद महिलाओं को प्रति सप्ताह 150 मिनट की ऐरोबिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए। इसे हर दिन 10 मिनट का भ्रमण कर पूरा किया जा सकता है।
जिम का लेते हैं सहारा
विवाह के बाद तंदुरुस्ती खोने वाले कई युवा जिम का सहारा लेते हैं। कई महिलाएं भी ऐसा ही करती हैं। युवाओं का कहना है कि विवाह से पहले वे आकर्षक दिखने के लिए जिम आते थे, लेकिन विवाह के बाद तंदुरुस्त व स्वस्थ रहने के लिए आ रहे हैं।
एक्सपर्ट कमेंट… यह करना चाहिए तंदुरुस्ती के लिए
-महिलाओं को घर के छोटे-छोटे काम के लिए बाजार खुद जाना चाहिए।
-कम दूरी पर रहने वाले मित्रों व परिजनों से मिलने के लिए पैदल ही जाना चाहिए।
-बच्चे को जन्म देने के बाद चिकित्सक की सलाह लेकर व्यायाम जारी रखा जा सकता है।
-प्रसव सामान्य, जटिल या सिजेरियन कैसा भी हो, उससे पहले व बाद में चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
-व्यायाम प्रसवोत्तर अवसाद की संभावना को कम करता है।
-एक भ्रांति है कि प्रसव के बाद महिला को गर्म पानी या कम पानी पिलाना चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए। उसे सामान्य पानी पिलाना चाहिए। वह भी सामान्य से अधिक मात्रा में।
-प्रसव के बाद महिलाओं के पेट को सामान्य अवस्था में आने में कुछ समय लगता है। ऐसे में उनको अधिक तनाव नहीं लेना चाहिए।
(डॉ. बालगोपालसिंह भाटी, विभागाध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, मेडिकल कॉलेज, पाली)