
पाली. चोरी होने के बाद वाहन मिलना अधिकतर मामलों में मुश्किल होता है। लेकिन, शहर के एक युवा की सजगता से चोर को कुछ घंटे बाद ही पुलिस बाइक सहित सिरोही जिले से पकडऩे में सफल हो सकी। हुआ यूं कि शहर के नया गांव रोड विष्णु नगर निवासी पुष्पेन्द्र पुत्र भंवरलाल गहलोत के घर से रविवार अलसुबह सवा चार बजे चोर बाइक चोरी कर ले गया। उस बाइक में जीपीएस लगा हुआ था। कुछ देर जब परिजन उठे तो उन्हें बाइक नदारद मिली। जिस पर पुष्पेन्द्र ने बाइक में लगा जीपीएस ऑन किया। उसमें बाइक की लोकेशन नजर आने लगी। जिसमें चोर बाइक लेकर शिवंगज से आगे पहुंच गया था। पुष्पेन्द्र ने तुरंत ही उसने कोतवाली पुलिस से संपर्क किया। सूचना पर पर सिरोही पुलिस ने चोर को बाइक सहित सिरोही के कोतवाली थाना क्षेत्र में पकड़ लिया। उसके बाद कोतवाली पुलिस उसे पकडऩे सिरोही गई। सर्द सुबह में 90 की स्पीड से दौड़ाई बाइक
चोर ने पहले तो बाइक की टंकी का ढक्कन तोड़ा। फिर उसमें पेट्रोल भरकर सिरोही की तरफ चला गया। पकड़े जाने के डर से चोर सर्द सुबह में भी 90-100 की स्पीड से बाइक दौड़ाकर ले गया।
जीपीएस का ऐसे समझें महत्व
जनवरी से नवम्बर 2017 तक पाली जिले से 231 दुपहिया व 27 फोर व्हीलर वाहन चोरी हुए। इनमें से 40 प्रतिशत वाहन ही पुलिस वापस बरामद कर सकी। कारण कि चोरी के कुछ घंटे बाद ही उसके पाट्र्स अलग-अलग कर चोर बेच देते है। रविवार अलसुबह चोरी हुई पुष्पेन्द्र की बाइक जीपीएस लगने होने के कारण ही पकड़ में आ सकी। सिक्योरिटी एक्सपर्ट हर्ष लोढ़ा ने बताया कि चोरी होने की स्थिति में वीटीएस (वाइकल ट्रेकिंग सिस्टम) के जरिए मोबाइल में भी एप्प की मदद से बाइक की लोकेशन आराम से देखी जा सकती है।
जीपीएस के फायदे
- वाहन में हलचल होने पर वाहन मालिक को अलर्ट करने के लिए उसके मोबाइल पर एसएमएस व रिंग आती है।
- वीटीएस (वाइकल ट्रेकिंग सिस्टम) की मदद से वाहन की लोकेशन पता चलती है।
- चोर किस स्पीड से और कौनसे रास्ते से जा रहा है, यह मोबाइल में एप्प के जरिए देख सकते है।
- एप्प के जरिए चोरी हुई बाइक का इंजन घर बैठे ही बंद किया जा सकता है।
Published on:
18 Dec 2017 01:08 pm
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