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VIDEO : गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ…

-जिले में श्रद्धा व उल्ला से किया गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन-कोरोना के कारण कई लोगों ने घरों में ही प्रतिमाओं का विसर्जन कर मिट्टी को गमलों में भरा

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पाली

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Suresh Hemnani

Sep 19, 2021

VIDEO : गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ...

VIDEO : गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ...

पाली। गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ... के स्वर के साथ भाद्रपद की चतुर्दशी को गणपति की प्रतिमाओं का सरोवरों व जलाशयों में विसर्जन किया गया। श्रद्धालुओं ने गजानन से क्षेत्र में अच्छी बरसात और खुशहाली की कामना की। इस बार कोरोना के कारण कई लोगों ने गजानन की मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का घरों में ही टब आदि में पानी भरकर विसर्जन किया। इसके बाद उस मिट्टी को गमलों आदि भरकर उसमें तुलसी आदि के पौधे लगाए।

गणेश महोत्सव के तहत गणेश चतुर्थी पर स्थापित गजानन का इतने दिनों तक विधि-विधान से पूजन करने वाले श्रद्धालुओं ने अनन्त चतुर्दशी रविवार के दिन सुबह से ही विसर्जन शुरू कर दिया। लोग गुलाल उड़ाते और जयकारे लगाते पाली के लाखोटिया तालाब पहुंचे। वहां पर सुबह ग्यारह बजे तक बिना रोक-टोक प्रतिमाओं का विसर्जन करते रहे। इसके बाद तालाब के घाटों सहित अन्य जगहों पर पुलिसबल तैनात कर दिया गया और विसर्जन नहीं करने दिया गया। इसके बावजूद तालाब के नया हाउसिंग बोर्ड से सटे क्षेत्र में कई लोगों ने अकेले या एक-दो जनों के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया।

नहीं निकाली गई शोभायात्रा
अनन्त चतुर्दशी पर धानमण्डी से प्रतिमा विसर्जन की शोभायात्रा निकाली जाती है। इस बार वहां पर कोरोना के कारण सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित रखा गया था। इस कारण शोभायात्रा भी नहीं निकाली गई। जिन लोगों ने घरों व प्रतिष्ठानों में गजानन की स्थापना की थी। उन्होंने तालाब में या घर पर ही टब आदि में जल भरकर प्रतिमाओं का विसर्जन कर गजानन से सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।

यहां तैनात रहे पुलिसकर्मी
गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन तालाब में नहीं किया जा सके। इसके लिए शहर के लाखोटिया तालाब, सिटी टैंक, सिरे घाट पर पुलिसकर्मी तैनात रहे। इसके अलावा चादर वाला बालाजी रोड व रामनगर क्षेत्र में पुलिसकर्मी तैनात रहे। भैरूघाट, पानी दरवाजा आदि जगहों पर तैनात पुलिसकर्मियों ने प्रतिमाएं लेकर गाजे-बाजे के साथ आने वाले लोगों को वापस लौटाया। इसके बाद कई लोग बाइक आदि पर प्रतिमाएं लेकर तालाब के पिछले हिस्से में गए और विसर्जन किया।