
जैन मुनि भाग्यशेखर ने दो अलग-अलग मोबाइल सिम से किया था आरोपितों से सम्पर्क
पाली. केनपुरा मार्ग स्थित मणिभद्र जैन तीर्थ स्थल के जैन मुनि भाग्यपूर्ण सूरीश्वर का अपहरण कर मारपीट की साजिश रचने वाले साथी जैन संत मुनि भाग्यशेखर ने आरोपितों को फोन करने के लिए दो अलग-अलग सिमों का उपयोग किया था। पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों ही सिम आरोपित संत के नाम की नहीं थी। पुलिस अब उन सिम मालिकों तक पहुंचने में जुटी है। जैन मुनि भाग्यशेखर ने आरोपित फारूख व दिलदार खान से संपर्क करने के लिए अलग-अलग सिम का उपयोग किया था। घटना वाले दिन जिस नम्बर पर आरोपितों ने फोटो भेजे थे, वह नम्बर भी कोई दूसरा था। तीनों सिम आरोपित संत के नाम से नहीं है।
ज्ञात रहे कि 23 दिसम्बर की रात को केनपुरा-लापोद मार्ग स्थित श्री मणिभद्र जैन तीर्थ स्थल से जैन मुनि भाग्यपूर्ण सूरीश्वर का अपहरण कर उनके साथ मारपीट कर आश्रम से 41 किलोमीटर दूर खिंवाड़ा थाना क्षेत्र के गुड़ा रामाजी के समीप छोड़कर चले गए थे। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि जैन मुनि भाग्यशेखर ने 50 हजार रुपए की फिरौती देकर जैन मुनि भाग्यपूर्ण सूरीश्वर का अपहरण व मारपीट करवाई थी।
चाकू, तलवार व रुपए बरामद
सांडेराव थानाप्रभारी सीमा जाखड़ ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपितों की निशानदेही पर वारदात में काम लिया गया चाकू, तलवार, जीप व 28 हजार रुपए बरामद किए गए। 28 हजार रुपए व चाकू आरोपित फारूक के घर से तथा तलवार व जीप आरोपित शंकरनाथ के घर से बरामद की। गुरुवार को पुलिस ने आरोपित देसूरी निवासी दिलदार खान पुत्र यासीन खान, शंकरनाथ पुत्र नाराय? नाथ ?? जोगी, राजूनाथ पुत्र सुरमनाथ जोगी, प्रकाशनाथ पुत्र मिश्रीनाथ जोगी व कावरिया नाथ पुत्र भोलानाथ को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। आरोपित फारूख मोहम्मद पुत्र अशरफ मोहम्मद रिमांड पर चल रहा है।
Published on:
05 Jan 2018 02:04 pm
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