
मंत्री धारीवाल के बयान ने एक बार फिर पाली में राजनीतिक चर्चाएं तेज कर दी, पढ़ें पूरी खबर...
पाली। विधायक ज्ञानचंद पारख और सभापति रेखा भाटी के बीच चल रही अनबन की खबरें थमने का नाम नहीं ले रही है। रेखा भाटी को निलम्बित करवाने में विधायक पारख की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। इसको लेकर विधानसभा में स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांतिलाल धारीवाल के बयान ने एक बार फिर पाली में राजनीतिक चर्चाएं तेज कर दी है। धारीवाल ने विधानसभा में पाली विधायक ज्ञानचंद पारख का नाम लेकर कहा कि पाली में नगर परिषद बोर्ड बीजेपी का है, न कि कांग्रेस का। पारख ने नगर परिषद में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और पारख के कहने पर ही उन्होंने नगर परिषद पाली की सभापति रेखा भाटी को निलंबित किया था। अब रेखा भाटी कोर्ट से स्टे लेकर आ गए तो इसका वे क्या करें। विधानसभा में मंत्री धारीवाल के इस बयान के बाद पाली की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है।
14 फरवरी को किया था निलंबित
स्वायत शासन विभाग ने 14 फरवरी को एक आदेश निकालकर पाली की नगर परिषद सभापति रेखा भाटी को निलंबित कर दिया था। उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इधर, कांग्रेस की नेतल मेवाड़ा को 17 फरवरी को सभापति का चार्ज दिया गया। इसके बाद रेखा भाटी हाईकोर्ट से राज्य सरकार के उनके निलंबन के आदेश के खिलाफ स्टे लेकर आई और 3 मार्च को वापस नगर परिषद सभापति का चार्ज संभाला।
Published on:
18 Mar 2023 02:51 pm
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