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VIDEO : ये कैसी सफाई : नगर परिषद रोजाना दे रही 11 हजार 400 रुपए, फिर भी शहर के बीच बने कचरे के पहाड़

-पांच मौखा डम्पिंग यार्ड से कचरा उठाने का दिया हुआ है ठेका-कचरा पहुचाना है खेतावास स्थित कचरा निस्तारण प्लांट तक

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पाली

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Suresh Hemnani

Nov 13, 2021

VIDEO : ये कैसी सफाई : नगर परिषद रोजाना दे रही 11 हजार 400 रुपए, फिर भी शहर के बीच बने कचरे के पहाड़

VIDEO : ये कैसी सफाई : नगर परिषद रोजाना दे रही 11 हजार 400 रुपए, फिर भी शहर के बीच बने कचरे के पहाड़

- राजीव दवे/सुरेश हेमनानी
पाली। नगर परिषद की अनदेखी व लापरवाही के कारण शहर के बीचों-बीच कचरे के ढेर लगे है। जोधपुर की तरफ से पाली आने और रेलवे स्टेशन से निकलते ही पांच मौखा पुलिया पर बने ये कचरे के पहाड़ शहर की सफाई व्यवस्था के हालात बयां कर देते है। यह स्थिति तब है जब नगर परिषद की ओर से पांच मौखा पुलिया से कचरा उठाने के लिए रोजाना 11 हजार 400 रुपए दिए जा रहे है।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत नगर परिषद की ओर से नवम्बर 2020 को पांच मौखा पुलिया से कचरा उठाकर खेतावास स्थित कचरा निस्तारण प्लांट तक पहुंचाने के लिए एनआइटी लगवाई गई। इसके बाद दिसम्बर 2020 को इसका टैंडर परिषद की ओर से तय राशि से काफी कम में हुआ। उसके अनुसार रोजाना ठेकेदार को नगर परिषद करीब 11 हजार 400 रुपए दे रही है। इसके बावजूद पांच मौखा पुलिया पर कचरे के पहाड़ बन गए है। जो यह बताने के लिए काफी है कि यहां से कचरा रोजाना नहीं उठाया जा रहा है।

शहर से रोजाना निकलता है 90 टन कचरा
शहर के विभिन्न क्षेत्रों से कचरा संग्रहण के लिए नगर परिषद की ओर से वाहन लगाए हुए है। उन वाहनों में एकत्रित करीब 90 से 100 टन कचरा रोजाना पांच मौखा पुलिया स्थित डिम्पिंग यार्ड पहुंचा है। वहां से इस कचरे को उठाकर खेतावास स्थित कचरा निस्तारण प्लांट तक रोजाना पहुंचाने के लिए परिषद 11 हजार 400 रुपए दे रही है।

83 लाख 22 हजार रुपए का होगा भुगतान
पांच मौखा पुलिया से खेतावास प्लांट तक कचरा पहुंचाने के लिए दो वर्ष का ठेका किया गया है। इसमें रोजाना 11 हजार 400 रुपए के हिसाब से ठेकेदार को दो वर्ष में 83 लाख 22 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। इतनी बड़ी राशि देने के बावजूद शहर के बीच में कचरे के पहाड़ नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा हैं।

2 करोड़ 11 लाख रुपए थी बोली
पांच मौखा पुलिया से खेतावास तक कचरा पहुंचाने के लिए सरकारी दर दो वर्ष के लिए 2 करोड़ 11 लाख रुपए तय थी। इसके बदले में टैंडर 83 लाख 22 हजार रुपए में उठा था। जो सरकारी दर से करीब एक करोड़ 27 लाख रुपए कम में गया था और अब वहां से कचरा समय पर उठाया तक नहीं जा रहा है।

पांच मौखा पुलिया से रोजाना उठाना है कचरा
पांच मौखा पुलिया से कचरा रोजाना उठाना है। दिवाली पर ज्यादा कचरा आया होगा। इस कारण वहां अधिक कचरा हो गया होगा। उससे पहले तो वहां से कचरा उठाया जा रहा था। यदि वहां कचरा अधिक हो गया है तो उसकी जांच करवाकर हटवा दिया जाएगा। -ब्रिजेश राय, आयुक्त नगर, परिषद, पाली