
सदन में गूंजा नेतरा के मनोहर अपहरण का मामला, नागौर सांसद ने की सीबीआइ जांच की मांग
पाली/सुमेरपुर। जिले के सुमेरपुर उपखण्ड के नेतरा गांव निवासी स्कूली छात्र मनोहर राजपुरोहित के अपहरण के पांच साल बाद भी पुलिस उसे नहीं ढूंढ सकी। मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में मामला उठाया।
नागौर सांसद बेनीवाल ने शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में मामला उठाते हुए कहा कि राजस्थान के पाली जिले की सुमेरपुर तहसील के नेतरा निवासी प्रकाशसिंह राजपुरोहित का एकलौता बेटा फालना के एक निजी स्कूल में पढ़ता था। प्रतिदिन की तरह वह 23 नवंबर 2016 को बस से फालना गया था, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटने पर परिवार की चिंता बढ़ी। स्कूल प्रबंधन से जानकारी लेने पर बताया कि वह तो स्कूल से निकल गया था। इसके बाद 5 से 17 दिसंबर 2016 के बीच कभी उसके घर के बाहर तो कभी स्कूल के पते पर फिरौती के पत्र पहुंचने शुरू हुए।
लगभग आठ बार फिरौती के पत्र मिले। अज्ञात आरोपितों ने फिरौती में 25 लाख की रकम लेकर कभी फालना तो कभी जोधपुर बुलाया। परिजन वहां पहुंचते लेकिन वहां कोई नजर नहीं आता। विशेष बात यह है कि सभी पत्र किसी स्थानीय वाहक के माध्यम से गुप्त तरीके से घर के बाहर पत्थरों के बीच डालकर चला जाता। सीधे डाक से अथवा कोरियर से एक भी पत्र नहीं भेजा गया। फोन से भी फिरौती नहीं मांगी। मामले को लेकर राजपुरोहित समाज ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद राजस्थान सरकार ने सीआईडीसीबी से जांच करवाई।
इसके बाद भी आज तक कुछ उजागर नहीं हो सका। राजस्थान के कई सांसदों व विधायकों ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की। जिसके बाद राजस्थान सरकार ने मार्च 2021 को केन्द्र सरकार को सीबीआई जांच की अनुशंषा की, लेकिन आज तक केन्द्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने के आदेश जारी नहीं किए। बेनीवाल ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय से मामले की जांच सीबीआई से करवाने के आदेश जारी करने की मांग की।
Published on:
11 Dec 2021 04:50 pm
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