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यहां की तंग गलियों में डरा रही गगनचुंबी इमारतें, कभी लग गई आग तो दमकल पहुंचेगी कैसे, पढ़ें पूरी खबर…

- भवन निर्माण बायलॉज की खुलेआम अवहेलना

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पाली

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Ramesh Sharma

May 28, 2019

Neglect of building construction rules in pali

यहां की तंग गलियों में डरा रही गगनचुंबी इमारतें, कभी लग गई आग तो दमकल पहुंचेगी कैसे, पढ़ें पूरी खबर...

पाली। नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते शहर के भीतरी बाजार की तंग गलियों में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण हो गया। इनमें बायलॉज नियमों का खुलकर उल्लंघन हो रखा है। जहां ये गगनचुम्बी इमारतें बनी हैं, वहां सडक़ें इतनी संकरी है कि सूरत (गुजरात) जैसी आगजनी की घटना होने पर बचाव के लिए दमकल का तो पहुंचना भी मुश्किल होगा।

पुरानी सब्जी मंडी मार्ग : सडक़ 10 फीट चौड़ी, इमारत 40 फीट ऊंची
शहर के पुरानी सब्जी मंडी मार्ग पर सडक़ की चौड़ाई 10 फीट से अधिक नहीं है। दो टैक्सियां आमने-सामने आ जाए तो भी जाम की स्थिति हो जाती है। लेकिन, यहां 10 फीट की चौड़ी सडक़ पर करीब 40 फीट ऊंची बहुमंजिला इमारत बना दी। इसमें अंडरग्राउंड का निर्माण तक कर रखा है। यहां पार्किंग तक की व्यवस्था नहीं है। बायलॉज नियमों के विरुद्ध बनी इस इमारत के खिलाफ नगर परिषद की ओर से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।

सर्राफा बाजार : संकरी सडक़ पर ऊंची इमारत, पार्र्किंग का भी नहीं ठौर
इसी तरह सर्राफा बाजार से गुलजार चौक की तरफ जाने वाले मार्ग पर भी संकरी सडक़ पर बहुमंजिला इमारत का निर्माण हो रखा है। इस इमारत में भी पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद टीम की ओर से जांच के बाद ही इमारतों में रहवास की इजाजत मिलती है लेकिन हकीकत यह है कि नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी आंखे मूंदे रहे और शहर में बायलॉज नियमों को धत्ता बताकर कई इमारतें खड़ी हो गई।

वर्ष 2018 - दीपावली की वो रात, सुलग उठा था गादिया मार्केट
सात नवम्बर 2018 को दीपावली की रात को सर्राफा बाजार के निकट मोती कटला स्थित तीन मंजिला गादिया मार्केट में आग लग गई। सूचना पर दमकल वाहन भी मौके पर पहुंचे लेकिन शहर के भीतरी बाजार की तंग गलियों से होकर मौके पर पहुंचने में उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी। गादिया मार्केट की तंग गली में तो दमकल वाहन पहुंच तक नहीं सकें। बाद में पाइप बढ़ाकर मौके पर आग बुझाने का कार्य किया गया। लेकिन तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। आगजनी से दुकानों में रखी लाखों रुपए की साडिय़ां, सलवार सूट आदि सामान जल गया। भवन को भी काफी नुकसान पहुंचा था।

वर्ष 2008 - साडिय़ों की दुकान में लगी थी आग
19 मई 2008 को सर्राफा बाजार स्थित लीला साड़ी सेंटर में आग लगी थी। हादसे में दुकानदार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ था। उस समय भी दमकल को अतिक्रमण से संकरी हुई सडक़ के कारण मौके पर पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उस समय भी शहर के भीतरी बाजार को अतिक्रमण से मुक्त करने एवं दुकानों के आगे लगे तिरपालों को हटाने की बात उठी थी लेकिन जिम्मेदारों ने प्रभावी कार्रवाई नहीं की। नतीजन 2018 में दीपावली की रात को मोती कटला स्थित गादिया मार्केट में फिर आग सुलग उठी।

भीतरी बाजार का करेंगे निरीक्षण
भीतरी बाजार में नियम विरूद्ध बनी बहुमंजिला इमारतों का मंगलवार को निरीक्षण करेंगे। कमियां पाई जाने पर नोटिस देंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। - आशुतोष आचार्य, आयुक्त नगर परिषद, पाली

इधर, नगर परिषद ने आठ भवनों की जांच की, थमाए नोटिस
पाली। सूरत हादसे के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर जागरूक हुई नगर परिषद फायर ब्रिगेड टीम ने जोधपुर रोड स्थित होटल, मेरिज गार्डन व पेट्रोल पम्पों का निरीक्षण किया।

अग्निशमन अधिकारी रामलाल गहलोत ने बताया कि टीम ने मंथन सिनेमा, सीरीज रेस्टोरेंट, शिव गौरी वाटिका, संजरी रेस्टोरेंट, सावरिया मैरिज गार्डन, हिन्दुस्तान पेट्रोल पम्प, चेतना रेस्टोरेंट, पगड़ी रिसोर्ट, सिद्धार्थ होटल की जांच की। इनमें से महज सिद्धार्थ होटल में फायर फाइटिंग सिस्टम की व्यवस्था मिली। शेष भवनों में आगजनी में बचाव को लेकर पुख्ता व्यवस्थाओं का अभाव मिला। इस पर उन्हें नोटिस देकर अगले 15 दिनों में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने पर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण टीम में फायर मैन मिंटू मीणा, राहुल, रोहित, नेमाराम आदि शामिल रहे।