डाक बंगला परिसर में बना खरीद केंद्र
डाक बंगला परिसर में 10 मार्च से भारतीय खाद्य निगम, मंडल कार्यालय अजमेर के अधीन न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद केंद्र स्थापित किया गया। इस पर प्रथम दिवस से ही किसानों का रुझान रहा। भारतीय खाद्य निगम की ओर से प्रथम बार स्थापित इस केंद्र पर गुणवत्ता निरीक्षक दिलीप स्वामी और भुगतान प्रभारी संजय कुमावत ने 26 से अधिक गांवों में पंजीकरण कैंप लगवाए और निकटवर्ती कृषकों को जागरूक करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की फसल विक्रय करने के संबंध में जानकारी दी।
अभी भी चल रही तुलाई
भारतीय खाद्य निगम के मंडल प्रबंधक राकेश कुमार के मार्गदर्शन में केंद्र पर प्रथम दिवस की तुलाई शुरू की गई जो अब तक चल रही है। मंडल प्रबंधक ने व्यक्तिगत रूप से किसानों से संपर्क कर खरीद के लिए प्रोत्साहित किया गया तथा खरीद केंद्र पर आने वाले सभी किसानों का भुगतान समय पर होने के लिए आश्वासन दिया गया और समय पर भुगतान करवाया गया।
सरल खरीद प्रक्रिया और बरदाना की पूर्ण उपलब्धता
भारतीय खाद्य निगम तखतगढ़ केंद्र का खरीद लक्ष्य मात्र 490 मीट्रिक टन था, जबकि कृषकों के समर्थन मूल्य केंद्र तखतगढ़ पर रुझान के चलते अब तक प्रथम लक्ष्य से 7 गुणा से भी अधिक (किसी भी केंद्र के लक्ष्य अनुसार राजस्थान में सर्वाधिक लक्ष्य प्राप्ति) खरीद करते हुए 683 किसानों के 37351 क्विंटल गेहूं की तुलाई की जा चुकी है, जो किसी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पाली जिले में अब तक की सबसे बड़ी सरकारी खरीद है। खरीद की एवज में 9,61,78,825 रुपए का भुगतान किसानों के जनाधार लिंक बैंक खाते में किया जा चुका है। साथ ही खरीद केंद्र पर गेहूं विक्रय के लिए 882 कृषकों ने 9187 मीट्रिक टन गेहूं खाद्यान्न समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए पंजीकरण करवाया।
इसलिए मिली सफलता
गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। वहीं राज्य सरकार ने 150 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस घोषित किया है। ऐसे में किसान को 2575 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान हुआ है। जबकि, बाजार भाव औसतन 2400 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे। इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं की अधिक खरीद होने के पीछे एफसीआई ने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखा। साथ ही कृषकों के खाते में 48 घंटों में गेहूं खरीद का भुगतान किया गया। साथ ही खरीद की लिमिट में भी इजाफा कर दिया। दिलीप स्वामी, क्वालिटी इंस्पेक्टर, एफसीआई
फैक्ट फाइल
26 से अधिक गांवों में पंजीकरण कैंप लगवाए 683 किसानों के 37351 क्विंटल गेहूं की तुलाई 9,61,78,825 रुपए का भुगतान 2575 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान 882 कृषकों ने 9187 मीट्रिक टन गेहूं विक्रय के लिए पंजीकरण