दस साल से चला रहा था लैब
कोतवाल गौतम जैन ने बताया कि पंचम नगर निवासी विरेन्द्रसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपुरोहित ने मामला दर्ज कराया। इसमें बताया कि सूरजपोल महावीर कॉम्पलेक्स में भाटी डायग्नोसटिक सेंटर हैं। जिसका लम्बे समय से मोहनलाल भाटी पुत्र मांगीलाल भाटी संचालन कर रहा हैं। उसने सीएमएचओ पाली से अपने संस्थान का पंजीयन करवा रखा हैं व राजस्थान दुकान एवं वाणिज्यिक संस्थान के अधिनियम के तहत 13 जनवरी 2019 को दुकान की स्थाई अनुज्ञा भी प्राप्त कर रखी हैं। संदेह है कि वह व्यक्ति एमबीबीएस पाठयक्रम की शिक्षा प्राप्त करने कहीं नहीं गया। पिछले करीब 10 वर्षों से यही पेथोलॉजी का व्यवसाय कर रहा हैं। संदेह हैं कि उसके पास एमबीबीएस की डिग्री फर्जी हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कोतवाल गौतम जैन ने बताया कि पंचम नगर निवासी विरेन्द्रसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपुरोहित ने मामला दर्ज कराया। इसमें बताया कि सूरजपोल महावीर कॉम्पलेक्स में भाटी डायग्नोसटिक सेंटर हैं। जिसका लम्बे समय से मोहनलाल भाटी पुत्र मांगीलाल भाटी संचालन कर रहा हैं। उसने सीएमएचओ पाली से अपने संस्थान का पंजीयन करवा रखा हैं व राजस्थान दुकान एवं वाणिज्यिक संस्थान के अधिनियम के तहत 13 जनवरी 2019 को दुकान की स्थाई अनुज्ञा भी प्राप्त कर रखी हैं। संदेह है कि वह व्यक्ति एमबीबीएस पाठयक्रम की शिक्षा प्राप्त करने कहीं नहीं गया। पिछले करीब 10 वर्षों से यही पेथोलॉजी का व्यवसाय कर रहा हैं। संदेह हैं कि उसके पास एमबीबीएस की डिग्री फर्जी हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
हर स्तर पर जाकर पुलिस ने की जांच तो फर्जी निकली डिग्री
कोतवाली थाने के एएसआई श्रणवसिंह सीएमएचओ पाली, रजिस्ट्रार राजस्थान मेडिकल कॉसिंल जयपुर, रजिस्ट्रार बिहारी मेडिकल कॉसिंल पटना एवं आर्यभट्ट यूनिवर्सिटी पटना पहुंचे। जहां मोहनलाल भाटी के दस्तावेजों की जांच की। इसमें सामने आया कि इस नाम से किसी व्यक्ति ने एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं की हैं। भाटी ने उनकी यूनिवर्सिटी की, जो डिग्री एवं मार्कशीट प्रस्तुत की थी, वह फर्जी हैं, यूनिवर्सिटी ने जारी नहीं की। जिस पर राजेन्द्र नगर भालेलाव रोड निवासी 43 वर्षीय मोहनलाल भाटी पुत्र मांगीलाल घांची को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे दो दिन के रिमाण्ड पर भेजा गया।
कोतवाली थाने के एएसआई श्रणवसिंह सीएमएचओ पाली, रजिस्ट्रार राजस्थान मेडिकल कॉसिंल जयपुर, रजिस्ट्रार बिहारी मेडिकल कॉसिंल पटना एवं आर्यभट्ट यूनिवर्सिटी पटना पहुंचे। जहां मोहनलाल भाटी के दस्तावेजों की जांच की। इसमें सामने आया कि इस नाम से किसी व्यक्ति ने एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं की हैं। भाटी ने उनकी यूनिवर्सिटी की, जो डिग्री एवं मार्कशीट प्रस्तुत की थी, वह फर्जी हैं, यूनिवर्सिटी ने जारी नहीं की। जिस पर राजेन्द्र नगर भालेलाव रोड निवासी 43 वर्षीय मोहनलाल भाटी पुत्र मांगीलाल घांची को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे दो दिन के रिमाण्ड पर भेजा गया।