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सीटी स्कोर 22, ऑक्सीजन लेवल 30, फिर भी नहीं हारी हिम्मत

-कोतवाली थाने के एसआइ शंकरलाल ने कोरोना को हराया-अब ड्यूटी पर लौटने का कर रहे इंतजार

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पाली

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Suresh Hemnani

May 20, 2021

सीटी स्कोर 22, ऑक्सीजन लेवल 30, फिर भी नहीं हारी हिम्मत

सीटी स्कोर 22, ऑक्सीजन लेवल 30, फिर भी नहीं हारी हिम्मत

पाली। कोरोना की दूसरी लहर में हो रही मौतों व संक्रमण की रफ्तार के कारण लोगों में खौफ छाया है, लेकिन इस पर विजय पाने वाले कोरोना विजेता बन रहे हैं। एेसे ही एक विजेता बने पाली के कोतवाली थाने के एएसआइ शंकरलाल पुत्र नेनाराम। जिन्होंने दस दिन तक बांगड़ चिकित्सालय में भर्ती रहकर कोरोना वायरस को मात दी है।

शंकरलाल की तबीयत खराब होने पर 4 मई को बांगड़ चिकित्सालय लाया गया। उनकी आरटीपीसीआर (कोरोना जांच रिपोर्ट) पॉजिटिव आई। सीटी स्कोर 25 में से 22 था। सांस नहीं आ रही थी। ऑक्सीजन लेवल 30 से नीचे जा चुका था। एेसी गंभीर हालात में 42 साल के एएसआइ को लाने पर एक बार तो चिकित्सक भी घबराए, लेकिन शंकरलाल ने दस दिन में अदृश्य शत्रु को हरा दिया।

रोजाना करते थे योगाभ्यास
वे बताते हैं कि अस्पताल लाने पर तो उनकी बैठने की स्थिति भी नहीं थी, लेकिन दो-तीन दिन बाद जब वे बैठने लगे तो योगाभ्यास शुरू किया। अस्पताल के पलंग पर ही पांच दिन बाद योगाभ्यास शुरू किया। ऑक्सीजन के लिए लगाया मास्क उतरवाकर प्राणायाम व अनुलोम-विलोम किए। इससे फेफड़ों को ताकत मिली और सांस स्वयं लेने की स्थिति बनी, फिर ऑक्सीजन मास्क भी हटा दिया गया।

साथी बढ़ाते थे हिम्मत
बकौल शंकरलाल बताते है कि अस्पताल में भर्ती रहते समय रोजाना सहकर्मी आते थे। वे हौसला बढ़ाते थे। प्लाज्मा की जरूरत होने पर पाली में व्यवस्था नहीं हुई तो तीन जिलों में तंत्र को सक्रिय किया। जोधपुर से प्लाज्मा लाए। वे कहते हैं भोजन अच्छा नहीं लगता था, लेकिन खाना कभी बंद नहीं किया। फलों का भी सेवन किया। मैं अस्पताल में एक ही बात सोचता था, कोई बीमारी एेसी नहीं जो ठीक नहीं हो सकती। यह बीमारी भी ठीक हो जाएगी।