Right to walk : राइट टू वॉक हर व्यक्ति का हक है। हर शहर में फुटपाथ व साइकिलिंग के लिए ट्रेक होना चाहिए। इससे पर्यावरण संरक्षण तो होगा ही, स्वास्थ्य भी बेहतर बनेगा। लेकिन, विडम्बना यह है कि पाली में यह अधिकार कहीं पर भी नहीं मिल रहा है। पहले तो किसी भी जगह पर फुटपाथ नहीं है। यदि किसी जगह पर है तो उस पर अतिक्रमण है। हालात यह है कि शरह के मुख्य मार्गों के दोनों तरफ जो जगह है, वहां अतिक्रमण हो रखा है। ऐसे में मजबूरी में सड़क पर ही पैदल चलना पड़ता है। यह कहना है शहरवासियों का।
बच्ची को लेकर चलना मुश्किल
शहर के सबसे व्यस्त सूरजपोल मार्ग पर दुकानों के आगे सीसी ब्लॉक लगे है या जगह है, लेकिन वहां पर अतिक्रमण है। ऐसे में सड़क पर ही पैदल चलना पड़ता है। बच्ची को लेकर जाना तो मुश्किल है। हादसे का डर रहता है।
–भावना शर्मा, शहरवासी
नगर परिषद जिम्मेदार
राइट टू वॉक हर किसी का अधिकार है। यह नहीं मिलने के पीछे सबसे बड़ी जिम्मेदार नगर परिषद है। यदि सड़कों के दोनों तरफ से अतिक्रमण हटा दिया जाए तो चलने की जगह हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा।
–अशोक प्रजापत, युवा
शहर लगता है सुंदर
फुटपाथ व साइकलिंग ट्रेक से लोगों को पैदल चलने व साइकिल चलाने की सुविधा तो मिलती है। इसके साथ ही शहर सुंदर भी लगता है। फुटपाथ होने पर लोग पैदल चलने को प्रेरित भी होते है। प्रदूषण भी कम होता है, लेकिन शहर में फुटपाथ तक नहीं है। –मुकेश बुंदेल, शहरवासी