25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आरएमएल शराब से भरे गोदाम, बिक्री भी नहीं, घाटे के चलते ठेके सरेंडर के मूड में ठेकेदार

- शराब ठेकों का बुरा हाल- आरएमएल शराब बनी ठेकेदारों के लिए आफत

less than 1 minute read
Google source verification

पाली

image

Suresh Hemnani

Sep 02, 2021

आरएमएल शराब से भरे गोदाम, बिक्री भी नहीं, घाटे के चलते ठेके सरेंडर के मूड में ठेकेदार

आरएमएल शराब से भरे गोदाम, बिक्री भी नहीं, घाटे के चलते ठेके सरेंडर के मूड में ठेकेदार

पाली। राजस्थान निर्मित शराब (आरएमएल) शराब ठेकेदारों के लिए आफत बनी हुई है। इसकी बिक्री बेहद कम है, इधर, गारंटी नियमों के तहत हर माह इसकी फिक्स मात्रा उठानी पड़ती है। ऐसे में ठेकेदारों के गोदाम इस शराब से भरे पड़े हैं, इसे घाटा खाकर कम दाम में बेच रहे हैं। परेशान शराब ठेकेदार अब अपनी दुकानें सरेंडर करने के मूड में है।

पॉलिसी की वजह से परेशानी
शराब ठेकेदारों को पॉलिसी के तहत पचास प्रतिशत देशी शराब व पचास प्रतिशत आरएमएल शराब खरीदनी होती है। देशी शराब तो बिक जाती है, लेकिन आरएमएल शराब नहीं बिक रही है। हर माह इसकी तय मात्रा उन्हें उठानी पड़ती है। ऐसे में उनके गोदाम आरएमएल शराब से भरे पड़े हैं। ग्राहकों को भी वे कम दाम मेें बेच रहे हैं, बावजूद इसके इसका स्टॉक खत्म नहीं हो रहा है।

शराब ठेकों से मोह भंग, तीन बार निलामी के बाद मिले ठेकेदार
अमूमन शराब ठेका खरीदने के लिए भीड़ रहती थी। निलाम होने के बाद भी बड़े दाम देकर ठेका खरीद लिया जाता था। इस बार ऐसा नहीं है। शराब ठेके से लोगों का मोह भंग हो रहा है। पाली जिले में अब भी चार दुकानें बाली व सुमेरपुर जोन की है, जिनकी तीन बार निलामी करने के बाद ठेकेदार मिले।

पॉलिसी के तहत माल तो उठाना पड़ेगा
शराब ठेकेदारों को पॉलिसी के तहत हर माह आरएमएल का माल तो उठाना पड़ेगा, यह सही है कि गोदामों में इसका माल काफी पड़ा है। ठेके सरेंडर करने के बारे में कई ठेकेदार पूछताछ करने आते हैं, लेकिन इसका प्रावधान नहीं है। - बीआर जाखड़, निरीक्षक, आबकारी विभाग, पाली।