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पाली के औद्योगिक क्षेत्रों में पसरा सन्नाटा, रोजाना 30 करोड़ से अ​धिक का व्यापार प्रभावित

होली पर पाली से करीब 30 हजार श्रमिक घर गए, फैक्टि्रयों में नहीं हो रहा कार्य, शीतला सप्तमी के बाद ही रफ्तार पकड़ेगा कार्य।

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पाली

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Rajeev Dave

Mar 17, 2025

Textile

पाली के मंडिया रोड औद्योगिक क्षेत्र में पसरा सन्नाटा।

टेक्सटाइल नगरी पाली के औद्योगिक क्षेत्र मंडिया रोड, पुनायता व रेलवे स्टेशन के दूसरे तरफ के औद्योगिक क्षेत्र में सन्नाटा पसरा है। चिमनियां धुआं नहीं उगल रही है। ट्रीटमेंट प्लांट तक जाने वाली कई सीवरेज लाइन सूख गई है। भारी वाहनों की आवाजाही बंद है। पाली के तीन औद्योगिक क्षेत्रों में 12 फरवरी तक रोजाना हजारों वाहनों व लाखों लोगों की आवाजाही रहती थी। वहां इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। इसका कारण फैक्टि्रयों में उत्पादन बंद होना है। जो उद्यमियों की ओर से नहीं, होली पर शहर से करीब 30 हजार श्रमिकों के घर जाना है। इससे रोजाना करीब 31.25 करोड़ रुपए का व्यापार नहीं हो रहा। फैक्टि्रयों में अब उत्पादन शीतला सप्तमी के बाद वापस रफ्तार पकड़ेगा। जब श्रमिक गांवों से वापस लौटेंगे।

एक ट्रीटमेंट प्लांट शुरू

औद्योगिक इकाइयों के बंद होने के कारण ट्रीटमेंट संख्या चार को चालू रखा है। प्लांट छह (जेडएलडी) को अभी बंद कर दिया गया है। प्लांट चार में भी बहुत कम पानी पहुंच रहा है। जबकि यह दोनों प्लांट 12-12 एमएलडी के है।

रोजाना बनता करीब 1.25 करोड़ मीटर कपड़ा

पाली में सामान्यत: रोजाना करीब 1.25 करोड़ मीटर कपड़े का उत्पादन होता है। एक मीटर कपड़े की औसत लागत करीब 25 रुपए आती है। ऐसे रोजाना 31.25 करोड़ रुपए का कपड़ा बनता है। अभी इसमें से 20 से 25 प्रतिशत उत्पादन भी नहीं हो रहा।

चाय की थडि़यां तक बंद

शहर के तीनों औद्योगिक क्षेत्र में लगभग हर दो-तीन इकाइयों के बीच चाय की थड़ी वाले के साथ मुख्य मार्ग पर भोजन के ढाबे है। उनके संचालक भी होली पर गांव चले गए है। वे भी इकाइयों के शुरू होने पर शीतला सप्तमी के बाद वापस लौटेंगे।

प्लाट संख्या चार चल रहा

श्रमिकों के जाने के कारण फैक्टि्रयों में काम बंद है या कम हो रहा है। जिन फैक्टि्रयों में कार्य चल रहा है, उनका पानी लेने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट संख्या चार शुरू रखा है। प्लांट संख्या छह अभी बंद है।

एसपी चौपड़ा, सचिव, सीईटीपी, पाली

श्रमिक नहीं आ रहे

यदि कोई फैक्ट्री चलाता है तो सीईटीपी पानी ले रहा है। इस समय श्रमिक नहीं आ रहे है। पाली में करीब 30 हजार कार्मिक नहीं आ रहे है।

विनय बम्ब, अध्यक्ष, राजस्थान हैण्ड प्रोसेसर्स एसोसिएशन, पाली

आंकड़ों की जुबानी

800 करीब इकाइयां है पाली के औद्योगिक क्षेत्र में

550 करीब इकाइयां है जिनका पानी जाता है सीइटीपी प्लांट में

40 हजार श्रमिक कार्य करते है पाली की इकाइयों में

15 हजार श्रमिक है स्थानीय व आस-पास गांवों के

1.25 करोड़ मीटर कपड़ा रोजाना बनता है पाली में

25 रुपए औसत है एक मीटर कपड़े की लागत