मनीष की मां कांता देवी, बड़ी बहन संगीता व बड़े भाई प्रवीण ने पत्रिका को बताया कि मनीष बचपन से ही जिद्दी स्वभाव का था, पांच साल पहले उसने पहला सांप जिंदा पकडकऱ जंगल में सुरक्षित छोड़ा। इसके बाद वह यह काम करने लग गया। उसके परिजनों ने कई बार उसे टोका कि सांप पकडऩा खतरे से खाली नहीं है, ऐसे काम नहीं करे, इसे छोड़ दे, लेकिन वह नहीं मानता था। वह जंगल में सांप देखने की धुन में ही घूमता रहता था। अब परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मनीष की याद में वे खाना भी नहीं खा रहे हैं। मनीष के दोस्त बंटी पंवार ने बताया कि परिवार को मनीष के दोस्त सम्बल देने का प्रयास कर रहे हैं।
मौत से पहले सर्प विशेषज्ञ मनीष ने कोबरा सांप को पकडकऱ छोड़ते हुए का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल किया, इसमें वह कह रहा है कि आमजन सांप को पकडऩे की गलती नहीं करे, कोई पकड़ता है तो सावधानी बरते, वहीं किसी को सांप काट जाए तो तुरंत अस्पताल जाए। उसका यह संदेश परिवार व अपनों के लिए यादगार बन गया।
पाली के काणदरा गांव में कोबरा सांप काटने से गुरुवार को पांच वर्षीय मासूम बालिका नर्मदा पुत्री गोकुल देवासी की मौत हो गई। वह घर में खेल रही थी, इस दौरान सांप ने उसे काट लिया। परिजन तीन घंटे तक उसे तंत्र मंत्र के लिए भोपे के पास ले गए, जब ज्यादा तबीयत बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई। पाली के सर्प विशेषज्ञ महावीर जैन को मौके पर बुलाया गया, उन्होंने कोबरा सांप को पकडकऱ जंगल में छोड़ा। इस दौरान सांप ने महावीर पर भी अटैक करने का प्रयास किया।
सोजत सिटी के नरसिंहपुरा निवासी 24 वर्षीय अजय गहलोत सर्प विशेषज्ञ है। रेतिया बेरा में अमराराम माली के घर में आए करीब 7 फीट लम्बे सांप को पकडऩे गुरुवार को पहुंचा, इस दौरान सांप ने उसे काट लिया। जिससे वह घायल हो गया। उपचार के लिए उसे सोजत अस्पताल परिजन ले गए। जहां उसकी हालत ठीक बताई जा रही हैं।
अजय को पूर्व में भी दो-तीन रेस्क्यू के दौरान सांप काट चुका हैं। उसने अपने पिता से यह हुनर सीखा। पिछले सात सालों में वह सैकड़ों सांप पकड़ चुका हैं।
– सांप आने पर सर्प विशेषज्ञ को बुलाए
– सांप काटने पर तंत्र मंत्र की बजाय तुरंत अस्पताल जाए
– सांप को आमजन पकडऩे का प्रयास नहीं करे, यह खतरनाक हो सकता है
– ग्रामीण इलाकों में परिजन बच्चों पर नजर रखे