E-Mitra Plus Machine : आधुनिक तकनीक के माध्यम से आमलोगों को एक ही छत के नीचे कई तरह की सरकारी और निजी सेवा मिल सके, इस उद्देश्य से शुरू की ई-मित्र प्लस मशीन विभागीय कार्यालयों व उपखंड की पंचायतों में शो-पीस बन कर रह गई है। इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है। आमजन में जागरुकता व जानकारी के अभाव में इन मशीनों का उपयोग नहीं हो रहा है। जिले में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की ओर से 491 ई-मित्र प्लस मशीनें स्थापित की थी। जिनमें से 328 ग्रामीण व 163 शहरी मशीनें हैं। जिले की 491 मशीनों में 24 मशीनें बंद है।
ये सेवाएं ई-मित्र प्लस मशीन में
इसमें आवश्यक दस्तावेज जैसे जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, गिरदवारी रिपोर्ट, जमाबंदी, जन्म / मृत्यु व विवाह प्रमाण पत्र प्रिंट करने के साथ ही पानी-बिजली के बिल भरने की सर्विस हैं। इसके अतिरिक्त जनआधार में मोबाइल नम्बर अपडेट, सामाजिक सुरक्षा पेंशन का वार्षिक सत्यापन व जन सूचना संबंधी समस्त सूचनाएं की सुविधा भी ई-मित्र प्लस मशीन से प्राप्त की जा सकती हैं।
गांवों में भी सुविधा से वंचित ग्रामीण
ग्रामीण ई-मित्र प्लस मशीनो में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग की भी सुविधा उपलब्ध हैं। जिसके माध्यम से गत वर्षो से राज्य स्तर से भी विडियो कॉन्फ्रेसिंग व सीधा संवाद स्थापित किया हैं। अधिकांश ग्रामीण मशीन ग्राम पंचायत पर संचालित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर स्थापित हैं
बांगड महाविद्यालय में लगी है मशीन
शहरी मशीन तहसील / उप तहसील, नगर पालिका, कृषि उपज मंडी, विद्युत विभाग व कुछ ई-मित्र कियोस्कों की दुकानों पर स्थापित हैं। छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए बांगड़ महाविद्यालय में भी एक ई-मित्र प्लस मशीन स्थापित है।
मशीन के कई फायदे, उपयोग लेना चाहिए
जिले में लगी 491 ई-मित्र प्लस मशीन में से 24 मशीन तकनीकी समस्या के चलते खराब है। जिन्हें विभाग की ओर से दुरूस्त करवाने की कार्रवाई की जा रही है। आमजन को इस मशीन से कई फायदे है। इसका उपयोग लेना चाहिए।
संजय खान, उपनिदेशक, सूचना एंव प्रौद्योगिक विभाग, पाली