26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ये है राजस्थान की चमत्कारी ‘बुलेट’, लोग करते हैं पूजा, रविंद्र सिंह भाटी ने भी ओम बन्ना को किया याद, कही ऐसी बात

Om Banna Temple: बाइक को दुर्घटना वाली जगह रखने के बाद यहां कोई और हादसा नहीं हुआ, जिसे लोग ओम बन्ना और इस मंदिर का चमत्कार मानते हैं

2 min read
Google source verification

पाली

image

Rakesh Mishra

May 05, 2024

Om Banna Temple: पाली जिले के चोटिला गांव में एक ऐसा मंदिर है, जहां पर बुलेट की पूजा की जाती है। जहां हर दिन सैकड़ों लोग सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करते दिखाई देते हैं। यहां पर ओम बन्ना की 350 सीसी रॉयल एनफील्ड बुलेट है, जिसकी पूजा यहां पिछले कई साल से लोग करते आ रहे हैं। इसके पीछे की कहानी दिलचस्प है। बात साल 1988 की है, जब ओम सिंह राठौड़ (ओम बन्ना) ससुराल से होकर अपने गांव चोटिला आ रहे थे, तभी उस स्थान पर उनकी बाइक एक पेड़ से टकरा गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस उनकी बाइक को थाने ले गई, लेकिन अगली सुबह सबको चौंकाने वाली निकली। जब पुलिस को उनकी गाड़ी थाना में नहीं मिलकर हादसे वाली जगह पर मिली।

चमत्कारी है मंदिर

इसके बाद ऐसा माना गया कि किसी ने जानबूझकर ये किया है। ऐसे में पुलिस ने गाड़ी को थाने में चेन से बांध दिया, लेकिन अगले दिन मोटरसाइकिल थाने से गायब थी और हादसे वाली जगह पर मिली। इसके बाद गांव के लोगों ने फैसला लिया और बाइक को घटना वाले स्थान पर ले जाकर रख दिया और इसके बाद से ही इस स्थान को दैविक स्थान मानकर लोग पूजा-अराधना करने लगे। खास बात तो यह है कि बाइक को दुर्घटना वाली जगह रखने के बाद यहां कोई और हादसा नहीं हुआ, जिसे लोग ओम बन्ना और इस मंदिर का चमत्कार मानते हैं और अपनी भक्ति भाव से अराधना करते हैं। इस मंदिर में एक पुजारी भी है, जो कि हर दिन मंदिर में पूजा-पाठ की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। आपको बता दें कि चोटिला गांव में 5 मई 1964 को ओम सिंह राठौड़ का जन्म हुआ था। वहीं बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ओम बन्ना की जन्म जयंती पर समस्त प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।

हर इच्छा करते हैं पूरी

ओम बन्ना मंदिर पर आने वाले अधिकांश श्रद्धालु मन्नत मांगने या मन्नत पूरी होने की बात करते हैं। कई लोग अपने मित्रों व विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में ओम बन्ना के बारे में पढ़कर देवल पर मत्था टेकने की बात कही। ओम बन्ना देवल पर आने वाले श्रद्धालुओं से बातचीत में एक ही बात सामने आई कि वे उनकी इच्छा पूरी करते है। यहां ओम बन्ना के मंदिर के बाहर उनकी शादी की तस्वीरें भी लगी हुई है, जबकि यहां के लोगों के बीच वो किसी भगवान से कम नहीं हैं।

यह भी पढ़ें- राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले, प्रमोशन को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार को दिया ये बड़ा आदेश