
मुसीबत बने काली घाटी के रास्ते
राणावास एसं. निकटवर्ती जिलों को सीधे जोड़ऩे वाली खतरनाक काली घाटी के रास्ते में पड़े गड्ढ़े दुर्घटनाओं का सबब बनते जा रहे हैं। यहां से गुजरने वाले वाहन चालक सावधानी बरतने के बावजूद कई बार हादसे का शिकार भी हो जाते हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इसके निर्माण को लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पाली जिले में कुछ भाग
करमाल चौराहे से कामली घाट की ओर जाने वाला यह मार्ग खस्ताहाल है। इस मार्ग पर करीब सात किलोमीटर हिस्सा पाली जिले में पड़ता है। इस रास्ते में खरतनाक घाटी है।
खाई से खतरा
यह सिंगल रोड है। इस सडक़ के दोनों ओर के किनारे बिखरे हुए हैं। ऐसे में सामने से वाहन आने पर दूसरी ओर के वाहन चालक को सड़क़ से नीचे उतरना पड़ता है। मार्ग के एक ओर खाई होने व पटरी टूटी होने से वाहनों के असंतुलित होकर खाई में गिरने की आशंका रहती है।
हो चुके हैं हादसे
इस मार्ग पर कई बार हादसे हो चुके हैं। मार्ग खराब होने से यहां से वाहन धीमी गति से गुजरते हैं। ऐसे में यहां लूट की वारदातें भी हो चुकी हैं। लगभग एक साल पहले बदमाशों ने ट्रक को लूटकर चालक को जंगल में बांध दिया था।
बड़ी संख्या में गुजरते हैं वाहन
इस मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं। मार्ग से पाली, जोधपुर, आबू पर्वत, भीलवाड़ा, उदयपुर, अजमेर, जयपुर, कोटा, मध्यप्रदेश, गुजरात सहित अन्य क्षेत्रों के यात्री गुजरते हैं।
वन्य जीवों के पेयजल के लिए आए आगे दानदाता
धनला. अरावली की पहाडिय़ों में स्थित पाली जिले की सीमा में रावली टाडगढ़ अभयारण्य क्षेत्र में इस बार कम बारिश होने से नदियां और झरने सूखे होने की वजह से उत्पन्न जल संकट के कारण वन्य जीवों के अस्तित्व पर मंडराते खतरे को लेकर दानदाता आगे आए हैं। दानदाता टैंकर के माध्यम से वनों में स्थित पेयजल स्रोतों तक पानी पहुंचा रहे हैं। राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद क्षेत्र के दानदाताओं ने पहल की। राणावास निवासी दानदाता भीकमचन्द्र जैन ने अपने मित्र काराड़ी निवासी चम्पालाल के सहयोग से उपवन संरक्षक वन्य जीव राजसमंद फतेहसिंह राठौड़ से अभयारण्य क्षेत्र में वन्य जीवों के लिए टैंकर डलवाने की अनुमति मांगी। इस पर उपवन संरक्षक ने क्षेत्रीय वन अधिकारी को निर्देशित किया। रेंज कार्यालय जोजावर के क्षेत्रीय वन अधिकारी भगवतसिंह के नेतृत्व में पशुरक्षक हीरासिंह, वन रक्षक मोहब्बतसिंह की टीम ने अभयारण्य क्षेत्र के कालीघाटी में विभिन्न स्थानों पर बनी खेळियों में टैंकर द्वारा पानी की सप्लाई शुरू की। टैंकर से पानी की सप्लाई शुरू होने के साथ ही वन्यजीवों को पानी की तलाश के लिए अभ्यारण्य से भटकना नहीं पड़ेगा।
Published on:
16 Mar 2019 07:05 am
बड़ी खबरें
View Allपाली
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
