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Watch Video : राजपूत समाज उतरा सड़क पर, सांसद और विधायक के ​खिलाफ जमकर की नारेबाजी

संभागीय आयुक्त से चर्चा के बाद मानी अधिकाशं मांगे

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पाली

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Suresh Hemnani

Sep 04, 2024

Watch Video : राजपूत समाज उतरा सड़क पर, सांसद और विधायक के ​खिलाफ जमकर की नारेबाजी

पाली शहर में जूलुस निकाल प्रदर्शन करते राजपूत समाज के लोग।

पाली जिले के ढालोप के पद्मपुरा में राजपूत व सीरवी समाज के दो जनों के बीच जमीनी विवाद के मामले में राजपूत बुधवार को समाजबंधुओं ने कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन पर जनप्रतिनिधियों के दबाव में एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कई मांगे की। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने पहले कलक्ट्रेट व इसके बाद संभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की। इस पर पुलिस के साथ उनकी कहासुनी व धक्का-मुक्की भी हुई।

पदमपुरा निवासी पुष्पेन्द्रसिंह का कुछ लोगों के साथ जमीनी विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। इस मामले में दूसरे पक्ष के लोगों ने कुछ दिन पहले पाली में विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं पुष्पेन्द्रसिंह के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था। इसे लेकर राजपूत संघर्ष समिति व सर्व समाज की ओर से राजपूत समाज छात्रावास से रैली निकाली गई। जिसमे भगवान ध्वज लहराते व नारे लगाते हजारों लोग कलक्ट्रेट के बाहर पहुंचे। वहां पुतला जलाकर व नारे लगाकर सांसद, मारवाड़ जंक्शन विधायक के साथ प्रशासनिक अधिकारियों पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। वहां बरसात के बावजूद जिले सहित प्रदेश से पहुंचे राजपूत समाजबंधु नारे लगाते रहे। इसके बाद समाज के प्रतिनिधि मंडल ने संभगीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर करीब एक घंटे तक वार्ता की। इसके बाद दूसरी बार प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर उनकी लगभग सभी मांगों को मान लिया गया।

इस दौरान महिपाल मकराना, गजेन्द्रसिंह कालवी, प्रतापसिंह कालवी, पूर्व विधायक खुशवीरसिंह जोजावर, पीडि़त परिवार के योगेन्द्रसिंह, हनुमानसिंह, गिरधारीसिंह मंडली, यशपालसिंहकुम्पावत सहित कई लोग मौजूद रहे।

ज्ञापन में यह बताया

-इस मामले में पुलिस थाने के कुछ कर्मचारियों को उनकी जाति देखकर ही टारगेट किया गया। उनको लाइन हाजिर कर दिया गया। जबकि उनका इस प्रकरण से कोई लेना देना नहीं था।

-प्रशासन ने बिना किसी विधिक प्रक्रिया के पुष्पेन्द्रसिंह के घर व खेतों की दीवारों को तोड़ दिया। घर में पड़े वाहनों को भी जबरदस्ती उठाकर ले गए।

-जनप्रतिनिधियों की ओर से जातिवाद के तहत द्वेषतापूर्ण कार्रवाई की गई।

यह की गई मांगे

1. जिला कलक्टर को एपीओ किया जाए।

2. बिना किसी दोष तीन पुलिसकर्मियों को सिर्फ उनकी जाति के आधार पर लाईन हाजिर किया गया है। उनको फिर अपने पूर्व स्थान पर पदस्थापित किया जाए।

3. पुष्पेन्द्रसिंह की पारिवारिक परिसम्पत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाए। उन पर झूठे मुकदमे की एक पक्षीय कार्रवाई नहीं की जाए। इनकी तरफ से जिनकी रिपोर्ट नहीं ली गई, उसे दर्ज किया जाए।

4. पुष्पेन्द्रसिंह आदतन अपराधी नहीं है। उस पर इनाम की घोषणा तुरन्त निरस्त की जाए। राजनीतिक दबाव के चलते एचएस (हिस्ट्रीशीट) नहीं खोली जाए।

5. पुष्पेन्द्रसिंह को खरीदसुदा प्लॉट का हक दिलवाया जाए। विरोधी पक्ष को पाबन्द किया जाए कि उस प्लॉट पर किसी प्रकार का कच्चा-पक्का निर्माण व विवाद नहीं करें।

6. सूरजभानसिंह के नाम से लाईसेन्ससुदाबन्दूक व डम्पर, ट्रैक्टर मय जब्त ट्रोली लौटाई जाए।

7. ग्राम पंचायत ढालोप में किए गए अतिक्रमण हटाए जाए।

8. मामावास में एक जने के अतिक्रमण को हटाया जाए। पाली में बने उसके मकान को भी ध्वस्त किया जाए। जो बॉयलोज नियमों के विरुद़्ध बना है।

9.एक अन्य व्यक्ति के सरकारी जमीन पर बने निर्माण तोड़े जाए।