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जलदाय मंत्री के क्षेत्र में पानी को लेकर संग्राम

जलदाय मंत्री के क्षेत्र में पेयजल के लिए महिलाओं का मटकी फोड़ प्रदर्शन जलदाय मंत्री का फूं का पुतला  

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जलदाय मंत्री के क्षेत्र में पानी को लेकर संग्राम

जलदाय मंत्री के क्षेत्र में पानी को लेकर संग्राम

- खेड़ादेवगढ़ गांव को जंवाई योजना से जोडऩे की मांग

निमाज. जलदाय मंत्री के गृह निर्वाचन क्षेत्र की निमाज ग्राम पंचायत के राजस्व गांव खेड़ादेवगढ़ की महिलाओं व ग्रामीणों ने गुरुवार को पेयजल की समस्या को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने जलदाय विभाग कार्यालय के बाहर रास्ता रोक मटकियां फ ोड़ आक्रोश जताया। प्रदर्शनकारियों ने जलदाय मंत्री का पुतला फूं क नारेबाजी की।
पेयजल की समस्या से जूझ रहे खेड़ादेवगढ़ की महिलाए व ग्रामीण गुरुवार को ट्रैक्टरों में भरकर निमाज ग्राम पंचायत पहुंचे। यहां उन्होंने मटकियां फ ोड़ प्रदर्शन किया। महिलाएं प्रदर्शन व नारेबाजी करती हुई आसरलाई दरवाजे पास जलदाय विभाग के कार्यालय पहुंची। महिलाएं कार्यालय के सामने रास्ता रोककर मटकियां लेकर बैठ गईं। इससे वाहन चालकों को भी रास्ता बदलकर निकलना पड़ा। बाद में महिलाओं व प्रदर्शनकारियो ने मटकियां फ ोडकऱ प्रदर्शन कर जलदाय मंत्री का पुतला फूंककर नारेबाजी की। सूचना मिलने पर पुलिस व जलदाय विभाग के सहायक अभियंता नमन वत्स भी मौके पर पहुंचे। जिनको ज्ञापन सौंप जवाई बांध का मीठा पानी उपलब्ध करवाने की मांग की गई। सहायक अभियंता द्वारा समस्या के निस्तारण का भरोसा दिलाए जाने पर महिलाएं शांत हुई।

ये हैं महिलाओं की मांग
खेड़ादेवगढ़ गांव की महिलाओं व ग्रामीणों का कहना है कि खेड़ादेवगढ़ गांव में पिछले कई वर्षों से पानी की समस्या है। पेयजल को लेकर महिलाओं में कई बार लड़ाई झगड़े हो चुके हैं। महिलाएं रात भर मटकियां लेकर बैठी रहती हैं। क्षेत्र के ग्रामीण व जानवरों के लिए खारा व फ्लोराइडयुक्त पानी पीना मजबूरी है। इसकी वजह से वे बीमार हो रहे हैं। इसके बावजूद जवाई बांध पेयजल परियोजना में खेड़ादेवगढ़ को नहीं जोड़ा गया है। उन्होंने गांव को जवाई बांध पेयजल योजना से जोड़ मीठा पानी उपलब्ध करवाने की मांग की।

मात्र एक जीएलआर है ग्रामीणों का सहारा

राजस्व गांव खेड़ादेवगढ़ के वाशिंदो व मवेशियों के पेयजल के लिए कहने को तो गांव में बने दो जीएलआर हैं। जिसमे करीबन ढाई किलोमीटर दूर जोधलाव पर बने ट्यूबवेल से पानी सप्लाई होता है। ग्रामीणों की मानें तो ट्यूबवेल से आने वाला पानी भी मीठा नही हैं। वो भी दो-दो दिनों के अंतराल से नसीब होता है। गांव के एक-दो हैंडपंपो में भी पर्याप्त पानी नही हैं। ऐसे में गांव की महिलाओं को पेयजल के लिए स्कूल के पास बने जीएलआर पर घंटों इंतजार करना पड़ता है। जीएलआर पर भी मात्र चार-पांच नलों के कारण महिलाएं देर रात तक लाइन में लगी रहती हैं। ऐसे में कई बार आपस मे झगड़ भी पड़ती हैं।

स्कीम बनाकर हैड क्वार्टर भेजी है

खेड़ा देवगढ़वासियों ने जवाई बांध परियोजना के मीठे पानी के लिए प्रदर्शन किया। वहां ट्यूबवेल का पानी मीठा नहीं है। इसके लिए बीस लाख की स्कीम बनाकर विभाग मुख्यालय भेज दी है। इससे खेड़ादेवगढ़ को निमाज से जोड़ देंगे। निमाज जवाई परियोजना का पानी आने पर खेड़ा देवगढ़ को भी मिलने लगेगा।
नमन वत्स, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, जैतारण