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जवाई के लिए खुशखबर : सेई की सुरंग की क्षमता बढ़ाने के लिए जारी किए कार्यादेश

-कमेटी ने 65 करोड़ की राशि के कार्यादेश किए जारी

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पाली

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Suresh Hemnani

Sep 01, 2021

जवाई के लिए खुशखबर : सेई की सुरंग की क्षमता बढ़ाने के लिए जारी किए कार्यादेश

जवाई के लिए खुशखबर : सेई की सुरंग की क्षमता बढ़ाने के लिए जारी किए कार्यादेश

पाली/सुमेरपुर। जवाईबांध के सहायक सेईबांध की सुरंग को गहरी व चौड़ी करने के लिए राजस्थान सरकार ने कार्यादेश जारी कर दिए हैं। मंगलवार को जयपुर में एमपावर कमेटी ने 65 करोड़ 24 लाख 5 हजार 732 रुपए के कार्यादेश जारी किए हैं।

किसान नेता भंवरसिंह चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में जवाईबांध पुनर्भरण योजना के तहत सेईबांध की सुरंग को गहरी व चौड़ी करने के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी। कार्यादेश जारी नहीं हो सके थे। मंगलवार को जयपुर में सेई टनल कार्य को एमपावर्ड कमेटी ने 65 करोड़ 24 लाख 5 हजार 732 रुपए के वर्क ऑर्डर जारी किए।

कार्यादेश जारी नहीं होने से योजना आगे नहीं बढ़ सकी
जवाई पुनर्भरण योजना के तहत सेई सुरंग विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से बजट घोषणा में 100 करोड़ देने की घोषणा की थी। इस बार बारिश नहीं होने से आमजन में भी आशंका बढ़ रही थी। सीएमओ ने पुनर्भरण योजना के तहत सेई सुरंग विस्तार को लेकर कई बार जल संसाधन विभाग से रिपोर्ट मांगी थी। पश्चिमी राजस्थान का सबसे बडा बांध जवाईबांध की भराव क्षमता 7327.50 मिलियन घनफीट के विरुद्ध बांध में औसतन प्रतिवर्ष लगभग 3800 मिलियन घनफीट पानी की आवक रहती हैं। पाली, सिरोही व जालोर जिले की जीवन रेखा माने जाने वाला जवाईबांध से जिले के 33 गांवों के 25 हजार 825 हैक्टेयर व जालोर जिले के 24 गांवों के 12 हजार 846 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई होती है। इसके अलावा पाली जिले के 563 गांवों व 9 कस्बों के अलावा सिरोही जिले के शिवगंज को पेयजल उपलब्ध करवाता है। बांध की भराव क्षमता के विरुद्ध प्रतिवर्ष औसतन मात्र 52 प्रतिशत ही रहने से प्रतिवर्ष पेयजल संकट की स्थिति बन जाती हैं। सुरंग का विस्तार होने के बाद यह बढकर 80 प्रतिशत हो सकेगा।

इसलिए जरूरत पड़ी सेई सुरंग विस्तार की
पिछले 30 साल से सेई बांध से औसतन 2163 मिलियन घनफीट पानी सेई टनल के माध्यम से अपवर्तित किया जाता हैं। पिछले 30 साल में सेईबांध 14 बार ओवरफ्लो हुआ। ओवरफ्लो की स्थिति में औसतन 2325 मिलियन घनफीट पानी व्यर्थ गुजरात की ओर बह गया। जवाई कमांड क्षेत्र के 38 हजार 671 हैक्टेयर के काश्तकारों को सिंचाई व पाली-सिरोही जिले के लोगो को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता।

प्रधान वैज्ञानिक की सर्वे रिपोर्ट
सेई बांध की सुरंग की क्षमता बढाने के लिए निरीक्षण व सर्वे का कार्य प्रधान वैज्ञानिक सीएसआईआर-सीआईउमएफआर धनबाद को जवाई नहर खण्ड सुमेरपुर ने 28 मई 2016 को कार्यादेश देकर वैज्ञानिक एवं भूगर्भीय विश्लेषण करवाया। इस संस्था ने अपनी रिपोर्ट में सेई सुरंग की क्षमता बढाने के लिए 3 विकल्प दिए। जिसमें टनल को 1.5 मीटर गहरी करना सबसे उचित पाया। इसी रिपोर्ट को आधार मानकर 16 अप्रेल 2019 को 86.58 करोड़ का तखमीना तैयार किया गया।

सुरंग विस्तार के बाद बदल जाएगी स्थिति
सेईबांध की टनल की क्षमता 1.50 मीटर गहरी होकर ब$ख जाएगी। इसकी वर्तमान क्षमता 34.13 मिलियन घनफीट प्रतिदिन से बढकऱ 73.87 मिलियन घनफीट प्रतिदिन हो जाएगी। सेईबांध से डायवर्ट होकर जवाईबांध में पहुंचने वाले पानी की मात्रा औसतन न्यूनतम 840 मिलियन घनफीट प्रतिवर्ष की वृद्धि होगी। इसका फायदा यह होगा कि वर्तमान पेयजल मांग पर चार महिने का अतिरिक्त पानी उपलब्ध हो सकेगा।

इनका कहना...
सेई बांध टनल के आधुनिकीकरण को लेकर राज्य सरकार की एमपावर कमेटी ने 65 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। टेंडर भी जारी हो चुके हैं। शीघ्र की कार्य शुरू होगा। योजना को गति मिलेगी। -गणपत देवासी, कनिष्ठ अभियंता, जवाई नहर खंड, सुमेरपुर