मंत्रालय ने एक शेर की कोरोना संक्रमण से मौत होने की पुष्टि करते हुए देश के सभी नेशनल पार्क, सेंचुरी और संरक्षित क्षेत्र के अधिकारियों को एडवायजरी जारी कर इंसानों से वन्यजीवों को दूर रखने और वायरस से सुरक्षा के तमाम उपाय किए जाने के निर्देश दिए हैं। यह पहला मौका है, जब भारत में इंसान से वन्यजीवों में संक्रमण की आशंका जताई गई है।
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जू अथॉरिटी का भी अलर्ट
कोरोना को लेकर सेंट्रल जू अथॉरिटी ने भी अलर्ट जारी किया है। मुकुंदपुर जू एंड टाइगर सफारी के प्रबंधन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जू को कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद से बंद कर दिया गया था।
इधर, अलर्ट के बाद पन्ना नेशनल पार्क प्रबंधन टास्क फोर्स और रैपिड एक्शन फोर्स का गठन करने जा रहा है, इसमें वन अमले के साथ डॉक्टर और कर्मचारी शामिल होंगे। वे जानवरों में कोरोना के लक्षण का पता लगाएंगे।
मप्र के एपीसीसीएफ, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान का कहना है कि कोरोना का खतरा बाघों में कम है। नेशनल पार्क और सेंचुरी में काम कर रहे कर्मचारियों में यदि कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाता।