
वन और राजस्व की सीमा में उलझा मामला, फिलहाल बंद कराई गई अवैध खदान
पन्ना. पन्ना टाइगर रिजर्व की मढिय़ादो रेंज के तिदनी चौकी के सामने बमनी नाले में अवैध पत्थर खदान संचालित होने का मामला सामने आने के बाद प्रबंधन में हड़कंप मच गया। टाइगर रिजर्व प्रबंधन के निर्देश पर मैदानी अमले ने अवैध रूप से संचालित खदान को बंद तो करा दिया है लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पाया,जीपीएस रीडिंग में खदान टाइगर रिजर्व के बफर सीमा क्षेत्र में है, जबकि वह वन विभाग के मुनारे से काफी बाहर थी।
गौरतलब है कि पत्रिका द्वारा रविवार को पन्ना टाइगर रिजर्व के तिदनी चौंकी के सामने चल रही पत्थर की अवैध खदान शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया था। टाइगर रिजर्व के बफर जोन के संरक्षित वन क्षेत्र के जंगल में पत्थर खदान संचालित होने का मामला सामने आने के बाद पार्क प्रबंधन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पार्क प्रबंधन द्वारा रेंज के मैदानी अमले को मामले की जांच करने के लिए भेज दिया गया।
सुबह ही मौके पर पहुंच गया टाइगर रिजर्व का अमला
मामला सामने आने के बाद वरिष्ट अधिकारियों के निर्देश पर मढिय़ादो रेंज के डिप्टी रेंजर बीएस चंदेल और बीटगार्ड जीतू पटेल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां जंगल के पास अवैध रूप से पत्थर खदान संचालित होना पाया गया। वन अमले द्वारा जीपीसी ट्रेकिंग के माध्यम से जांच करने पर पाया गया कि अवैध रूप से संचालित खदान बफर जोन के जंगल के अंदर ही संचालित है। जबकि वह स्थान वन विभाग के मुनारा से करीब २५० मीटर दूर था। ऐसे हालात में यह तय नहीं हो पाया कि खदान वन क्षेत्र में संचालित है य राजस्व। इससे मामले में कार्रवाई नहीं हो पाई। आगामी कार्रवाई अब सीमांकन के बाद होगी। आगामी कार्रवाई तक के लिए खदान का संचालन बंद कर दिया गया है।
संबंधित क्षेत्र का राजस्व पट्ट जारी होने का दावा
एक ओर जहां जीपीएस रीडिंग में खदान वन भूमि में संचालित होना बताया गया है वहीं दूसरी ओर वहां पर खदान चला रहे युवक ने उक्त जमीन का पट्टा उसके नाम पर जारी होने का दावा किया गया। हालांकि यदि राजस्व विभाग द्वारा उसे पट्टा जारी भी किया गया है तब भी खदान संचालन की अनुमति खनिज विभाग से अलग से लेनी होती है जो उसके पास नहीं पाई गई। इसके कारण खदान का संचालन अवैध रूप से हो रहा था यह तो तय हो गया लेकिन किसके क्षेत्र में यह अभी तक निर्धारित नहीं हो पाने के कारण मामले में किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है।
नक्शों का डिजिटलीकरण करने में कई बार थोड़ा क्षेत्र में अंतर आने की आशंका रहती है। दिखवाना पड़ेगा कि मुनारा सही बना है। फिहलाल खदान को बंद करा दिया गया है। सीमांकन के बाद आगे की कर्रवाई की जाएगी।
ईश्वर रामहरि जरांडे, डिप्टी डायरेक्टर पन्ना टाइगर रिजर्व
Updated on:
03 Feb 2020 10:14 pm
Published on:
03 Feb 2020 10:13 pm
बड़ी खबरें
View Allपन्ना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
