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एमपी में दो दोस्तों की चमकी किस्मत, रातोंरात बने ‘लखपति’

MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में दो दोस्तों की किस्मत उस वक्त चमक उठी। जब उन्हें हीरा खदान के दो चमचमाते हीरे मिले।

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MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में एक कहावत जोरों से चलती है कि पन्ना की धारा जब कृपा करती है तो मिट्टी को भी सोना बना देती है। ऐसा ही कुछ दो दोस्तों के साथ भी हुआ। जब उनकी किस्मत कल्याणपुर की खदानों में चमक उठी। करीब 20 दिन पहले लगाई गई खदान से उन्हें 15.34 कैरेट का जेम क्वालिटी हीरा मिला। जिसकी अनुमानित कीमत 60 लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। दोनों ने इस चमचमाते हीरे को हीरा कार्यालय में कराया है।

दरअसल, 24 वर्षीय सतीश खटीक और 23 वर्षीय साजिद मोहम्मद मूलतः रानीगंज पन्ना के निवासी हैं। दोनों ने हीरा कार्यालय से पट्टा बनवाया था और लगातार 20 दिनों से कृष्णा कल्याणपुर पटी इलाके में मेहनत कर रहे थे। शुक्रवार को उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें मिला इस साल का सबसे बड़ा और बेहद कीमती 15.34 कैरेट का पतली रंग का जेम क्वालिटी हीरा।

जेम्स क्वालिटी हीरा मिला

जिला हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि दोनों दोस्तों को मिला जेम्स क्वालिटी का हीरा है, जिसकी बाजार में अच्छी डिमांड है। इसे आगामी नीलामी में रखा जाएगा, जहां यह अच्छी कीमत में बिकने की उम्मीद है।

नीलामी की राशि बराबर बांटेंगे दोस्त

सतीश ने बताया कि वह अपने पिता के साथ बकरे के मांस की दुकान चलाते हैं और उसकी दो बहनें शादी योग्य हैं। दूसरी ओर साजिद भी अपने पिता के साथ फल की दुकान पर काम करता है और उसकी भी दो बहनें हैं। दोनों के परिवारों को बहनों की शादी के लिए पैसों की सख्त जरूरत थी। ऐसे में दोनों दोस्तों ने किस्मत आजमाने के लिए खदान लगाई थी।
इधर, दोनों का कहना है कि नीलामी से मिलने वाली रकम को वे बराबर-बराबर बांटेंगे और सबसे पहले अपनी बहनों की शादी करेंगे। इसके बाद शेष राशि से फिर खदान लगाएंगे और अपने काम-धंधों को आगे बढ़ाएंगे।

50 साल तक साजिद के दादा ने हीरे की खोज

साजिद ने बताया कि उनके दादा मोहम्मद हबीब लगभग 50 साल तक हीरे की खोज में लगे रहे लेकिन केवल एक कैरेट का हीरा ही प्राप्त कर सके। पिता नफीस मोहम्मद ने भी 20 साल आजमाया—पर छोटे-मोटे हीरे ही मिले। आज परिवार की तीसरी पीढ़ी को 15.34 कैरेट का विशाल हीरा मिलना किसी वरदान से कम नहीं।