इसमें पन्ना, कटनी, छतरपुर और सतना सहित आसपास के जिलों के एक हजार से भी अधिक छोटे-बड़े दुकानदार दु़कान लगाते हैं। नगर में साप्ताहिक बजार परिक्षेत्र में लोगों को खुले आसमान तले ही दुकान लगानी पड़ती है। बारिश के सीजन में दुकानदार छत की जगह तिरपाल लगा लेते हैं, लेकिन नीचे सड़क किनारे लगने वाली दुकानों के लिए बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होती है। दुकानदारों को परेड ग्राउंड और सड़कों के दोनों ओर भरे पानी और कीचड़ में ही तिरपाल और पॉलीथिन बिछाकर दुकान लगानी पड़ती है।