
CG Fraud News: मतदाता सूची अपडेट के नाम पर साइबर ठगी, FIR के बहाने APK इंस्टॉल करवा OTP मांग रहे ठग...(photo-patrika)
Bihar Chunav बिहार में इसी वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग की टीम घर-घर जाकर मतदाताओं का सर्वे (Bihar Voters Survey Documents List) करने का काम करेगी। ताकि नए वोटर को नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए और फर्जी मतदाताओं का नाम काटा जाए। इसको लेकर बूथ लेवर के अधिकारी (बीएलओ) के द्वारा सभी मतदाताओं के वैध दस्तावेजों की जांच की जायेगी।
वैध दस्तावेजों के सत्यापन के बाद वोटर लिस्ट को अपडेट किया जायेगा। बिहार में 22 साल बाद मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण हो रहा है। इससे पहले 2003 में हुआ था। चलिए तो आपको बताते हैं कि चुनाव आयोग की टीम आपसे क्या क्या दस्तावेज दिखाने को कह सकती है?
चुनाव आयोग की ओर से इसको लेकर एक गाइड लाइन भी जारी किया गया है। इसके अनुसार बीएलओ 27 जुलाई तक मतदाताओं का सत्यापन करेंगे। इसके लिए प्रत्येक वोटर को एक फॉर्म भरना होगा। यह फॉर्म बीएलओ की ओर से प्रत्येक मतदाताओं को दिया जायेगा। मतदाताओं फॉर्म को भरकर बीपीएल को वापस दे सकते हैं या फिर निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी अपलोड कर सकते हैं।
1 जुलाई 1987 से पहले जन्में लोगों को करना होगा ये काम वे मतदाता जिनका जन्म 1 जुलाई 1987 के पहले भारत में हुआ है उनको अपनी जन्म तिथि या स्थान की सत्यता स्थापित करने के लिए कोई एक वैध दस्तावेज फॉर्म के साथ लगाना होगा। जिन मतदाताओं का जन्म 1 जुलाई 1987 से 204 के बीच हुआ है उन्हें अपने साथ साथ अपने माता पिता के भी एक वैध दस्तावेज अपने फॉर्म के साथ लगाने होंगे। 02 दिसंबर 2004 के बाद भारत में जन्मे मतदाताओं को अपने साथ साथ अपने माता पिता का भी वैध दस्तावेज देने होंगे। अगर माता- पिता में से कोई भी भारतीय नहीं हैं तो उन्हें माता पिता में से किसी एक के पासपोर्ट का वैध दस्तवेज दिखाना होगा।
Updated on:
27 Jun 2025 05:37 pm
Published on:
27 Jun 2025 12:09 pm
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