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Rajya sabha seat conflict: उचित मंच पर रखें बात, मीडिया से बचें… बेटे ने पिता जीतनराम मांझी को दी नसीहत

Rajya sabha seat conflict: हम पार्टी अध्यक्ष डॉ संतोष सुमन ने पिता और संरक्षक जीतनराम मांझी को नसीहत देते हुए कहा कि ऐसी बातें सार्वजनिक रूप से करने से बचना चाहिए।

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Jitan Ram Manjhi

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Photo-IANS)

Rajya sabha seat conflict राज्यसभा चुनाव 2026 के लेकर पिछले कई दिनों से केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान पर बवाल मचा है। एनडीए घटक दल में ही इसको लेकर जुबानी जंग भी शुरू हो गया था। इसको लेकर बिहार में एनडीए की किरकिरी भी हो रही थी। इससे बचने के लिए जीतन राम मांझी के बेटे और बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन आगे आए हैं। डॉ संतोष सुमन ने राज्यसभा में सीट पर पिता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे बयान से केंद्रीय मंत्री को बचना चाहिए। दरअसल, हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान मंच से पार्टी अध्यक्ष संतोष सुमन को राज्यसभा में एक सीट की मांग उठाने की सलाह देते हुए कहा था कि अगर नहीं मिले तो मंत्री पद छोड़ देना चाहिए। इसके बाद बिहार में सियासी तापमान बढ़ गया था।

बेटे ने पिता को दी नसीहत

बिहार सरकार में लघु एवं जल संसाधन मंत्री एवं हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपने पिता केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को नसीहत देते हुए कहा कि संगठन के विस्तार पर पार्टी के संरक्षक एवं उनके पिता जीतनराम मांझी की इच्छाएं स्वाभाविक हैं। लेकिन, किसी भी मुद्दे को उचित मंच पर ही रखा जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया के माध्यम से ऐसे विषयों को उठाने से परहेज करना चाहिए।

मांझी ने अमित शाह को याद दिलाया था वादा

गुरूवार को जहानाबाद में ही जीतनराम मांझी ने राज्यसभा सीट को लेकर कहा था कि डॉ संतोष सुमन अपनी बात को नहीं रख पाते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा की एक सीट देने का आश्वासन (भाजपा द्वारा) दिया था। इसलिए, संतोष सुमन को अब इसकी मांग करनी चाहिए। इससे पहले भी जीतन राम मांझी गयाजी में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के अभिनंदन समारोह के दौरान अपने बेटे से कहा था कि एनडीए में राज्यसभा सीट नहीं मिले तो उन्हें (नीतीश सरकार से) मंत्री पद छोड़ देना चाहिए। मांझी ने संतोष को राज्यसभा जाने की सलाह देते हुए यह बात कही थी। इसके बाद से ही बिहार का सियासी पारा बढ़ गया है।

कुशवाहा और मांझी के बीच जुबानी जंग

राज्यसभा सीट को लेकर एनडीए में सब ठीक नहीं चल रहा। घटक दल के दो बड़े नेताओं के बीच इसको लेकर जुबानी जंग भी शुरू हो गई थी। यह विवाद उपेंद्र कुशवाहा के बयान के बाद शुरू हुआ था। कुशवाहा ने जीतन राम मांझी की राज्यसभा सीट की मांग को अनुचित बताया था। इस पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा, "उपेंद्र कुशवाहा मैच्योर नेता हैं, उन्हें मेरी जायज मांग पर एतराज नहीं करना चाहिए।" मांझी ने कुशवाहा पर 'निजी लाभ' लेने का भी आरोप लगाते हुए कहा था कि कुशवाहा खुद राज्यसभा सांसद हैं, पत्नी सासाराम से विधायक हैं, बेटा नीतीश सरकार में मंत्री है... तो क्यों नहीं बोलेंगे वो?" केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तो यहां तक कह दिया था कि उनका बयान केवल अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन के लिए एक सुझाव था। यह मेरे पार्टी का मामला है, इसमें दूसरे घटक दलों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।