नीतीश ने अपने पत्र मेें लोहिया के बारे में जिक्र करते हुए लिखा कि स्व डॉ. राम मनोहर लोहिया एक समाजवादी नेता थे। जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोेलनों में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाया। लोहिया ने संसद में नेहरू सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव लाकर गैर कांग्रेसवाद की नींव रखी और गैर कांग्रेस दलों को एक साथ लेकर आए। तथा उनके प्रयासों देश में पहली बार कई राज्यों में गैरकांग्रेसी सरकार बनी।
देशहित में लोहिया द्धारा किए गए कार्यो का बखान करते हुए नीतीश ने लिखा कि लोहिया हमेशा महिलाओं के दरवाजा बंद कर शौच जाने की बात तत्कालीन सरकार के सामने रखते रहे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीतीश ने एक प्रसंग का जिक्र करते हुए लिखा कि नेहरू के प्रबल विरोधी लोहिया ने नेहरू को कहा कि यदि नेहरू पूरे देश में महिलाओं के लिए शौचालय बनवा दे तो वह नेअरू को विरोध करना बंद कर देंगे।
कौन थे स्वर्गीय डॉ. राम मनोहर लोहिया
राम मनोहर लोहिया एक प्रखर सामाजवादी राजनेता थे। जिन्हें भारतीय राजनीति में गैर- कांग्रेस वाद का प्रणेता कहा जाता है इन्हीं के प्रयासों से सभी गैर-कांग्रेसी दल एक छत्र के नीचे आए और 1967 में पहली बार कई राज्यों में गैरकांग्रेसी सरकार बनी। लोहिया एक स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने कई आंदोलनों में भाग लिया। लोहिया ने हिंदी भाषा को संबल प्रदान करने के लिए अंग्रेजी का बहिष्कार किया और 1961 में अंग्रेजी हटाओ आन्दोलन चालाया।