17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

​​​​उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए में चुनाव से पहले सीट बंटवारे का उठाया मुद्दा

आरएलएसपी नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे की मांग उठाते हुए एनडीए में बेचैनी बढ़ा दी है।

2 min read
Google source verification

पटना

image

Shailesh pandey

Jun 02, 2018

upendra kushwah

upendra kushwah

पटना। आरएलएसपी नेता और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे की मांग उठाते हुए एनडीए में बेचैनी बढ़ा दी है। उन्होंने यहां शनिवार को कहा कि कौन पार्टी कहां और कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी यह तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनडीए की बैठक बुलाना जरूरी है। चुनाव से पहले तय होना जरूरी है कि कौन सी पार्टी अगले चुनाव में कितनी सीटों पर और कहां से चुनाव लड़ेगी। कुशवाहा महज़ यहीं नहीं रुके। उन्होंने उपचुनावों में एनडीए को मिली हार पर भी तल्खी दिखाई। उन्‍होंने कहा कि कहीं ना कहीं कुछ कमी तो जरूर है।

उपचुनाव में हार का पता लगाना जरुरी


एनडीए की बैठक बुलाकर जल्दी हार की समीक्षा होनी चाहिए। इस मामले में एनडीए के दलों को आपस में बातचीत जरूरी है। हमें पता लगाना होगा कि नीतियों का क्रियान्वयन कहीं ठीक से तो नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि मंहगाई, तथा पेट्रोल डीजल के बढ़े दामों की समीक्षा होनी चाहिए। कुशवाहा ने कहा कि पीएम दिन रात काम करते हैं लेकिन कहां चूक हो जा रही है यह जानना जरुरी है। यह भी पता किया जाना चाहिए कि नतीजे ऐसे क्यों आ रहे हैं। उपचुनावों में हार की समीक्षा बेहद जरूरी है।

पिछडे समाज की आरक्षण की सीमा सही नहीं


रालोसपा नेता ने कहा कि पिछड़े समाज के लिए 27 फीसदी आरक्षण की सीमा सही नहीं है। आबादी के अनुरूप आरक्षण मिले। आरक्षण की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए। उन्होंने सामाजिक आर्थिक जनगणना की रिपोर्ट जल्द ही सार्वजनिक करने की मांग भी की। कुशवाहा ने फिर न्यायपालिका में आरक्षण की मांग को हवा दे डाली। उन्‍होंने कहा कि जब तक हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में दलित पिछड़े वर्ग के लोग नहीं होंगे हमारा हक हमें नहीं मिलेगा। उपेंद्र कुशवाहा लंबे समय से न्यायपालिका में आरक्षण के सवाल पर आंदोलन कर रहे हैं। वह जजों की कोलेजियम व्यवस्था पर सवाल खड़े करते आ रहे हैं। इस मांग पर उनकी पार्टी की ओर से दिल्ली में रैली भी आयोजित की जा चुकी है।