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30 साल का इंतजार खत्म! सिसवा घाट पर बनेगा पुल, UP – बिहार की दूरी 30 KM होगी कम

सिसवा-घाघवा घाट पर पुल बनने की सरकार ने अनुमति दे दी है। इससे लोगों को इलाज और व्यापार के लिए गोरखपुर, आना-जाना आसान होगा।

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longest bridge in India

पुल के सांकेतिक फोटो (सोशल साइट फेसबुक)

Bihar Newsबिहार-यूपी सीमा से सटे पश्चिमी चंपारण के सिसवा घाट पर सरकार ने पुल निर्माण को मंजूरी दे दी है। 8.44 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे चचरी पुल पार कर आने-जाने वालों को राहत मिलेगी। बरवा पंचायत के सिसवा घाट का चचरी पुल आसपास के दर्जनों गांव के लिए लाइफलाइन है। लोगों को 30 साल से इसका इंतजार था। अब इससे बिहार-UP की दूरी 30 किमी कम हो जाएगी।

बिहार और यूपी की दूरी होगी कम

बिहार और यूपी की सीमा पर बसे सिसवा गांव के लोगों को जरूरतों और समस्याओं के समाधान के लिए यूपी जाना पड़ता है, लेकिन आवाजाही के साधन कम हैं। पश्चिमी चंपारण के मधुबनी प्रखंड के बरवा पंचायत स्थित सिसवा घाट पर बिहार और यूपी की सीमा मिलती है। चचरी पुल ही दोनों को जोड़ता है, जिसे लोग नजदीकी रास्ता मानते हैं। बिहार में मार्केट करने के लिए 15-20 किमी दूर जाना पड़ता है। लंबे समय से लोग इस पुल के निर्माण की मांग कर रहे थे।

पश्चिमी चंपारण जिले के सिसवा घाट पर

यह पुल सिसवा-घाघवा घाट पर बन रहा है। इसके बनने से आसपास के कई गांवों को सीधा लाभ होगा। नदी पार करने के लिए नाव से मुक्ति मिलेगी और सुरक्षित, स्थायी रास्ता मिलेगा। ग्रामीण कार्य विभाग बिहार के अधिकारियों ने निर्माण स्थल का निरीक्षण कर काम की क्वालिटी और सामग्री जांची। ठेकेदार को निर्देश दिया गया कि काम तेजी से और तय मानकों के अनुसार पूरा हो।