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तेजस्वी यादव के MLA को दबंगई पड़ी भारी! 50 पेज की चार्जशीट दायर, अब विशेष अदालत करेगी फैसला

पंचायत सचिव को धमकाने के आरोप में तेजस्वी यादव के विधायक भाई वीरेंद्र यादव के खिलाफ पुलिस ने 50 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। अब इस मामले की सुनवाई विशेष MP-MLA कोर्ट में होगी।

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पटना

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Anand Shekhar

Dec 17, 2025

तेजस्वी यादव के विधायक भाई वीरेंद्र

राजद विधायक भाई वीरेंद्र (फोटो- फेसबुक @Bhai Virendra)

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक भाई वीरेंद्र यादव की मुश्किलें अब कानूनी मोर्चे पर और गंभीर होती दिख रही हैं। दलित पंचायत सचिव को कथित रूप से धमकाने और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल के मामले में पुलिस ने करीब 50 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसके साथ ही मामला अब विशेष MP-MLA कोर्ट में ट्रायल के लिए पहुंच गया है, जहां आगे की न्यायिक प्रक्रिया चलेगी।

MP-MLA कोर्ट में होगी अब सुनवाई

इस प्रकरण को लेकर SC/ST मामलों के विशेष न्यायाधीश पंकज चौहान ने आदेश दिया है कि चूंकि आरोपी वर्तमान विधायक हैं, इसलिए मामले की सुनवाई सांसद-विधायक मामलों के लिए गठित विशेष अदालत में होगी। अब इस केस की सुनवाई MP-MLA कोर्ट के न्यायाधीश धनंजय कुमार मिश्रा करेंगे। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अदालत अब जल्द ही सुनवाई की तारीख तय करेगी।

क्या है पूरा मामला

मामला 26 जुलाई 2025 का है। पटना जिले के मनेर प्रखंड अंतर्गत सराय पंचायत के पंचायत सचिव संदीप कुमार ने 28 जुलाई को हरिजन थाना में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि विधायक ने उन्हें फोन पर धमकी दी और जातिसूचक व अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। इस मामले ने उस वक्त और तूल पकड़ लिया था, जब कथित बातचीत से जुड़ा एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ऑडियो में कथित तौर पर दबाव और अपमानजनक भाषा के प्रयोग की बात सामने आई, जिसके बाद प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ा।

चार्जशीट में ऑडियो बना अहम सबूत

पुलिस जांच के दौरान पंचायत सचिव के बयान के साथ-साथ वायरल ऑडियो रिकॉर्डिंग को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है। जांच एजेंसी का कहना है कि प्रारंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि होती है, इसी आधार पर SC/ST एक्ट सहित अन्य धाराओं में चार्जशीट दाखिल की गई। चार्जशीट करीब 50 पन्नों की है, जिसमें पूरा घटनाक्रम, कॉल डिटेल्स, गवाहों के बयान और तकनीकी साक्ष्यों के बारे में बताया गया है।

पहले ही भर चुके हैं बेल बॉन्ड

इससे पहले, विधायक भाई वीरेंद्र ने इस मामले में बेल बॉन्ड फाइल किए थे। अब, चार्जशीट फाइल होने के बाद मामला ट्रायल की ओर बढ़ गया है। इस मामले में अगर आरोप तय होते हैं, तो विधायक के लिए कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर स्थिति और भी मुश्किल हो सकती है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अदालत अब आरोप तय करने, गवाहों की सुनवाई और सबूतों की जांच की प्रक्रिया शुरू करेगी।