
कैरेक्टर नेगेटिव हो, या पॉजिटिव डिफाइन होना जरूरी : राघव तिवारी
जयपुर. किसी भी एक्टर का सेटिस्फेशन वहीं होता है कि जब वो अपने कैरेक्टर को डिफाइन कर सके। मुझे लगता है कि मौजूदा दौर की फिल्मों में सिर्फ कैरेक्टर नेगेटिव- पॉजिटिव साइड नहीं दिखाते । आज फिल्मों में कैरेक्टर के कई शेड दिखाए जाने लगे है, जो कलाकारों को भी नया स्पेस दे रहा है। यह कहना है, ओटीटी प्लेटफॉर्म एमएक्स प्लेयर पर हालिया रिलीज एक्ट्रेस प्रीति झिंगयानी स्टाटर फिल्म 'पुष्कर लॉज' में नेगेटिव किरदार निभाने वाले एक्टर राघव तिवारी का। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में उन्होंने एक्टर गुलशन पांडे के भाई का रोल प्ले किया है, जो दुनिया के सामने तो अच्छा बनने की दिखावा करता है, लेकिन असल में उसका कैरेक्टर पूरी तरह नेगेटिव है।
वीमेन ऑरिएंटेड फिल्म दे रही है अच्छा कंटेट, क्रिटिक कर रहे तारीफ
पहले प्रियंका चोपड़ा स्टाटर फिल्म मैरीकॉम और अब प्रीति झिंगयानी की फिल्म 'पुष्कर लॉज' में काम करने वाले एक्टर राघव तिवारी का कहना है कि बॉलीवुड आज पूरी तरह से बदल गया है। अब सिर्फ कंटेंट पर काम होने लगा है, यही वजह है कि इंगिल्श- विंग्लिश , दंगल , थप्पड , क्वीन, गुंजन सक्सेना जैसी दर्जनों फिल्म है, जो वीमन स्टोरीज से इंस्पायर है और लोग उन्हें काफी पसंद कर रहे है। दर्शकों से लेकर क्रिटिक तक ऐसी फिल्मों की तारीफ कर रहे है। साथ ही इनमें काम करने वाले एक्टर्स को भी अपना अभिनय दिखाने का अच्छा मौका मिल रहा है।
ओटीटी-सोशल मीडिया ने कर दिया दुनिया को वास्ट
राघव तिवारी का कहना है कि सोशल मीडिया और ओटीटी ने हमें पूरी तरह से ग्लोबल कर दिया है, जहां इससे वर्किंग स्पेस बढ़ा है, वहीं उसके साथ ही आपको एक बड़ी दर्शकों की लॉबी मिली है। वहीं इंटरनेट एरा ने आपकी लर्निंग को भी बढ़ा दिया है। आप देश- दुनिया के सिनेमा को आसानी से जान सकते और उससे काफी कुछ सीख सकते हैं।
थिएटर एक्टिंग की पहली पाठशाला
राघव तिवारी ने बताया कि उन्होंने अपने एक्टिंग की शुरुआत थिएटर से की। थिएटर ने उनमें ना सिर्फ एक्टिंग स्किल डवलप किए । वहीं कैरेक्टर को जिया कैसे जाता है, ये जानने और समझने में भी मदद की। न्यू कमर्स अगर एक्टिंग के मैथेड को गहराई से समझना चाहते है, तो उन्हें थिएटर की क्लासेज लेनी चाहिए, यह आपके अंदर ओवरऑल डवलपमेंट करेगा।
Published on:
11 Jul 2021 10:48 pm
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