
नए साल पर छत्तीसगढ़ का अनोखा सफर (Photo Patrika)
CG Tourism: छत्तीसगढ़ में नया साल आते ही लोग रोज़मर्रा की भागदौड़ से दूर कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं। अगर आप भी नए साल 2026 की शुरुआत प्रकृति, शांति और रोमांच के साथ करना चाहते हैं, तो छत्तीसगढ़ आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। जंगल, झरने, पहाड़, ऐतिहासिक धरोहर और आदिवासी संस्कृति से भरपूर यह राज्य पर्यटन के लिहाज से किसी जन्नत से कम नहीं।
आइये हम आपको बता रहे हैं नए साल पर घूमने लायक छत्तीसगढ़ की प्रमुख जगहों की पूरी जानकारी, जो आपकी ट्रैवल प्लानिंग को आसान बना देगी।
भारत का नियाग्रा फॉल कहे जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात इंद्रावती नदी पर स्थित है। सर्दियों में यहां का नज़ारा बेहद मनमोहक होता है। चित्रकोट जलप्रपात भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर ज़िले में इन्द्रावती नदी पर स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। इस जल प्रपात की ऊँचाई 90 फीट है। इस जलप्रपात की विशेषता यह है कि वर्षा के दिनों में यह रक्त लालिमा लिए हुए होता है, तो गर्मियों की चाँदनी रात में यह बिल्कुल सफ़ेद दिखाई देता है। जगदलपुर से 40 कि.मी दूर है।
क्यों जाएं
विशाल और खूबसूरत जलप्रपात
फोटोग्राफी और नेचर लवर्स के लिए बेस्ट
नया साल मनाने के लिए शांत वातावरण
घूमने का सही समय: अक्टूबर से फरवरी
यह झरना अपनी सीढ़ीनुमा बनावट और दूधिया धार के लिए प्रसिद्ध है। घने जंगलों के बीच स्थित यह जगह एडवेंचर और शांति दोनों का अनुभव कराती है। जगदलपुर से 29 किलोमीटर दूर, दाईं ओर एक रास्ता बस्तर के दर्शनीय स्थलों की ओर जाता है। बस्तर का सबसे सुंदर जलप्रपात - तीरथगढ़ जलप्रपात, जो कांगेर नदी और उसकी सहायक नदियों या मुनगाबहार जैसी कुछ छोटी नालियों से मिलकर बना है, अपने विशाल रूप में प्रकट होता है और बारहमासी रूप में बहता है।
इसकी खासियत
हरियाली से घिरा क्षेत्र
फैमिली और फ्रेंड्स ट्रिप के लिए उपयुक्त
यह राष्ट्रीय उद्यान जैव विविधता से भरपूर है। यहां दुर्लभ वन्यजीव, गुफाएं और प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र है, जिसे 1982 में स्थापित किया गया था और यह अपनी जैव विविधता, खूबसूरत झरनों (जैसे तीरथगढ़), चूना पत्थर की गुफाओं और छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी, पहाड़ी मैना के लिए प्रसिद्ध है, जिसे हाल ही में यूनेस्को की अस्थायी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है।
मुख्य आकर्षण
कुटुमसर और कैलाश गुफा
ट्रैकिंग और जंगल सफारी
सरगुजा जिले में स्थित मैनपाट एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। ठंडी हवाएं, पहाड़ और हरियाली इसे नए साल पर घूमने के लिए परफेक्ट बनाती हैं। मैनपाट छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे 'छत्तीसगढ़ का शिमला' कहा जाता है; यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ठंडी जलवायु और खास तिब्बती संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ तिब्बती मठ, ऊनी उत्पाद (कालीन) और अद्भुत स्थल जैसे उल्टा पानी (जहाँ पानी ऊपर बहता है), सरभंजा जलप्रपात, और टाइगर प्वाइंट हैं।
देखने लायक स्थान
टाइगर पॉइंट
मीनिमाता मंदिर
उल्टा पानी
अगर आप नए साल की शुरुआत आस्था के साथ करना चाहते हैं, तो डोंगरगढ़ जरूर जाएं। पहाड़ी पर स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में एक 1600 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है, जिसे 'बड़ी बम्लेश्वरी' भी कहते हैं, जो शक्ति की देवी माँ बम्लेश्वरी को समर्पित है, और यहाँ सीढ़ियों या रोपवे के ज़रिए पहुँचा जा सकता है, जहाँ नवरात्रि में विशाल मेले लगते हैं और भक्त दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं।
खास बात
रोपवे की सुविधा
शानदार पहाड़ी दृश्य
सिरपुर एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो बौद्ध, जैन और हिंदू धरोहरों के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ का एक ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थल है, जो महानदी के किनारे स्थित है और प्राचीन दक्षिण कोसल की राजधानी रहा है; यह अपने ईंटों से बने लक्ष्मण मंदिर, बौद्ध मठों और हिंदू-जैन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जो 5वीं से 12वीं शताब्दी के सांस्कृतिक और वास्तुकला का संगम है।
मुख्य आकर्षण
लक्ष्मण मंदिर
बौद्ध विहार
रविशंकर सागर बांध यानी गंगरेल डैम पिकनिक और वॉटर स्पोर्ट्स के लिए मशहूर है। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में महानदी नदी पर बना एक प्रमुख बांध है, जो सिंचाई, बिजली उत्पादन और जल आपूर्ति (भिलाई, रायपुर आदि) के लिए महत्वपूर्ण है। और इसे "छत्तीसगढ़ का सबसे लंबा बांध" (लगभग 10,830 मीटर) भी कहते हैं, जो अपने मिनी गोवा जैसे पर्यटन स्थल, जल क्रीड़ाओं और हनुमान मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जहां पानी हनुमान जी के चरणों को छूने पर ही गेट खुलते हैं, ऐसी मान्यता है।
क्या करें
बोटिंग
सनसेट व्यू
फैमिली पिकनिक
रायपुर से करीब 100 किमी दूर स्थित यह अभयारण्य जंगल सफारी के लिए जाना जाता है। बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है, जो मुख्य रूप से महासमुंद और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों में फैला हुआ है, और यह रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर है, जहाँ भारतीय बाइसन (गौर), सांभर, नीलगाय और विभिन्न पक्षी देखे जा सकते हैं।
देख सकते हैं
तेंदुआ, हिरण, जंगली भैंसा
बर्ड वॉचिंग
Published on:
23 Dec 2025 02:35 pm
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