
गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज फ्रेड ट्रूमैन (image credit - PA Photos archive)
क्रिकेट के इतिहास में कई तेज गेंदबाज आए और गए, लेकिन एक ऐसा गेंदबाज भी था जिसका सिर्फ रनअप देखकर अच्छे से अच्छा बल्लेबाज कांप उठता था। यहां हम बात कर रहे हैं इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज फ्रेड ट्रूमैन की। ट्रूमैन ने न सिर्फ अपनी पेस से बल्लेबाज़ों के होश उड़ाए, बल्कि टेस्ट इतिहास में सबसे पहले 300 विकेट लेने का कारनामा भी किया।
ट्रूमैन ने 1952 में भारत के खिलाफ डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में ही ट्रूमैन ने बता दिया था कि वे लंबी रेस के घोड़े हैं। इस मैच में ट्रूमैन ने भारत के पहले 4 बल्लेबाजों को डक पर पवेलियन भेजा था। ट्रूमैन ने पंकज रॉय, दत्ता गायकवाड़, एमके मंत्री और विजय मांजरेकर को क्रीज़ पर खड़े होने का भी मौका नहीं दिया और आउट कर दिया।
उनके इस कारनामे के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी गेंदबाजी की तूती बोलने लगी। देखते ही देखते 1961 आ गया और यही वो साल है जब ट्रूमैन ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो इतिहास के पन्नों में अमर हो गया। 1952 में वे भारत के खिलाफ 4 विकेट लेकर ट्रेलर तो दिखा चुके थे। अब वक़्त था पूरी फिल्म दिखाने का।
1961 की एसीज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड दौरे पर आई हुई थी। सीरीज के दो मुक़ाबले खेले जा चुके थे और ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आहे चल रहा था। सीरीज का तीसरा टेस्ट 6 जुलाई को हेडिंग्ले के लीड्स मैदान में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। ट्रूमैन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए मात्र 58 रन देकर 5 विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया को 237 रन पर ढेर कर दिया।
जवाब में इंग्लैंड की टीम भी 299 रन पर सिमट गई। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 62 रन की बढ़त हासिल हुई। मैच के तीसरे दिन दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी करने आई तो ट्रूमैन काफी गुस्से में थे। गुस्से की वजह उनकी पत्नी इनिड चैपमैन थी। दरअसल दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद ट्रूमैन अपने घर पहुंचे, उनका घर स्टेडियम के करीब ही था। लेकिन झगड़ा होने की वजह से उनकी पत्नी ने घर का दरबाज़ा नहीं खोला। जिसके चलते उन्हें पूरी रात अपनी गाड़ी में गुज़ारनी पड़ी।
रात भर ट्रूमैन अच्छे से सो नहीं पाये और जब दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो उनका मूड काफी खराब था। ऐसे में ट्रूमैन ने अपना सारा गुस्सा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर निकाला और मात्र 27 गेंद फेंक कर ऑस्ट्रेलिया के पांच बल्लेबाज आउट कर दिये। उन्होंने इस पारी में कुल 6 विकेट चटकाए। इसमें नील हार्वी, कप्तान पीटर मे, नॉर्म ओ'नील, एलन डेविडसन, बॉब सिम्पसन, रिची बेनो और केन मैके का नाम शामिल था। ट्रूमैन ने इस टेस्ट में कुल मिलकर 11 विकेट चटकाए और यह मैच जीत लिया।
फ्रेड ट्रूमैन ने अपने करियर में 67 टेस्ट मैचों की 85 पारियों में 21.57 की शानदार औसत से 307 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने 17 बार फाइव विकेट हॉल और तीन बार 10 विकेट चटकाए हैं। उनकी इकॉनमी 2.71 की थी। इससे पता चलता है कि ट्रूमैन कितने खतरनाक गेंदबाज थे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन देकर आठ विकेट था।
Published on:
11 Jul 2025 10:00 am
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