देसी से ग्लोबल बना ‘मिलेट मार्केट’, हर उम्र के लोगों में बढ़ रही बाजरा उत्पादों की मांग…. देखें फोटो गैलेरी ….
देसी से ग्लोबल बना ‘मिलेट मार्केट’, हर उम्र के लोगों में बढ़ रही बाजरा उत्पादों की मांग.... देखें फोटो गैलेरी ....
बाजरा बना ग्लोबल सुपरफूड:बाजरा उत्पादों के बिस्कुट,बाजरा उत्पादों के बिस्कु केक और चॉकलेट ने बनाई अंतरराष्ट्रीय पहचान
सोड़ावास. राठ व मेवात क्षेत्र का पारंपरिक और प्रमुख खाद्यान्न बाजरा अब देसी सीमाओं को पार कर ग्लोबल मार्केट में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा रहा है। पौष्टिकता और स्वास्थ्य लाभों के कारण बाजरा-आधारित उत्पाद न सिर्फ घरेलू बाजार में लोकप्रिय हो रहे हैं, बल्कि विदेशों में भी इनकी मांग लगातार बढ़ रही है। आज बाजार में बाजरा के केक, बिस्कुट, कुकी•ा, चॉकलेट और अन्य बेकरी उत्पाद तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं और बेकरी उद्योग में इनकी बादशाहत बनती जा रही है। युवाओं के साथ बुजुर्ग भी इन उत्पादों को स्वास्थ्यवर्धक विकल्प के रूप में पसंद कर रहे हैं। इसी कारण बाजरा को भविष्य की फसल का ‘सुपर फूड’ कहा जा रहा है।
2023-मिलेट ईयर का बड़ा प्रभाव
बाजरा और अन्य मिलेट््स को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को ‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ द मिलेट’ घोषित किया। भारत सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के बाद इस पहल को वैश्विक स्तर पर सराहा गया। इससे बाजरा को नई पहचान और वैश्विक बाजार में मजबूत मंच मिला।
पौष्टिकता का भंडार: दुनिया के सबसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों में बाजरा एक प्रमुख स्थान रखता है। इसमें ङ्क्षजक, आयरन, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, सेलेनियम, पोटेशियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसी कारण यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए लाभकारी माना जाता है और आधुनिक लाइफस्टाइल में उभरते स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के रूप में देखा जा रहा है।
बाजरे का पर्याप्त उत्पादन होने के कारण इससे जुड़े वैल्यू-ऐडेड उत्पाद नई रोजगार संभावनाएं पैदा कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर छोटे उद्योगों के लिए यह एक बड़ा अवसर बनकर उभरा है। इन उत्पादों के चलते किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलने में भी मदद मिल रही है। हालांकि बाजरा प्रोसेङ्क्षसग के लिए उपयुक्त मशीनरी और तकनीक आसानी से उपलब्ध होना अभी भी एक चुनौती है। यदि यह समस्या हल हो जाए तो यह क्षेत्र प्रमुख एग्रो-प्रोडक्ट इंडस्ट्री के रूप में विकसित हो सकता है।
राजस्थान: देश का सबसे बड़ा बाजरा उत्पादक
9.8 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्रफल में देशभर में बाजरा की खेती
9.4 मिलियन टन कुल वार्षिक उत्पादन
3.75 मिलियन टन उत्पादन अकेले राजस्थान में
कुल उत्पादन में राजस्थान का हिस्सा 42 प्रतिशत
4.15 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में राजस्थान में बाजरा बोया जाता है
देश के कुल क्षेत्रफल का 56 प्रतिशतहिस्सा अकेले राजस्थान में
राजस्थान न केवल देश का सबसे बड़ा उत्पादक है, बल्कि यहां के किसान बाजरा उत्पादों की बढ़ती मांग से सीधे लाभान्वित हो रहे हैं।