
यहां जल संकट इस कदर हावी है कि पानी भरने के लिए बड़ों के साथ छोटे-छोटे बच्चे भी मदद करते हुए नजर आते हैं।

यह नजारे दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच प्रतिदिन देखे जाते हैं।

हाइवे पर वाहनों के बीच छोटे-छोटे बच्चे अपनी साइकिलों पर पानी से भरे

कुप्पा टांगकर आगमन करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

लोगों ने बताया कि पॉलीटेक्निक कॉलेज के पास स्टैंड में

7 दिन बाद नल खुलने से सैकड़ों लोग पानी भरने उमड़ पड़े।