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60 दिन बाद पूरा बाजार खुलने पर दूर हो गई घबराहट, तो लॉकडाउन से कम भीड़

अस्पताल में भर्ती 7 मरीजों को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंस बना रहा  

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दमोह

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rakesh Palandi

May 22, 2020

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

जब सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे से बाजार खोलने की अनुमति मिली तो भीड़ भी गायब थी, जो दुकानें सुबह 7 बजे खुलनी थी, वह 8 बजे, 9 बजे व 10 बजे के बाद खोली गईं। शाम 7 बजने से पहले शटर बंद होने होने की आवाज पूरे बाजार में आने लगी थी। लोग भी अपने घरों को लौटने लगे थे। शाम 7.30 बजे तक पूरे मार्केट में लॉक डाउन शुरू हो गया था।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

दमोह शहर में पूरा बाजार खुलने से सभी दुकानें खोली गईं थीं। नगर पालिका परिषद का फूल बाजार, कपड़ा बाजार, इलेक्ट्रानिक्स की दुकानें, मिठाई, नमकीन की दुकानें खोलने के साथ छोटी-छोटी दुकानें खोली गईं। पूरा बाजार खोलने के दौरान एक बात नोटिस की गई, जहां लॉक डाउन के दौरान ढील के बाजार में अफरा-तफरा का माहौल नजर आता था।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

वहीं गुरुवार को खोले गए बाजार में सभी के चेहरों पर निश्ंिचतता के भाव नजर आ रहे थे। बाजार में पूर्व की तरह रौनक लौटती हुई नजर आई। एक बात और नोटिस की गई कि ढील के बाजार में भारी भीड़ नजर आती थी, लेकिन पूरे दिन खुले बाजार में खालीपन रहा।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे थे किराना दुकान पर तीन युवतियां खड़ी हुई थीं, जो दूरी बनाए हुईं थीं। सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए तीनों फेस कवर किए थे, एक युवती ज्यादा जागरुक होने के कारण धूप से बचने वाले दस्तानों का इस्तेमाल कर रही थी। जब इन युवतियों से पूछा कि लॉकडाउन के दौरान और पूरे खोले गए बाजार में क्या अंतर है तो तीनों ने कहा कि पहले समय की पाबंदी होने से भीड़ ज्यादा होती थी, जिससे धक्का-मुक्की होती थी। अब दमोह के जिला अस्पताल में 7 मरीज आ गए हैं तो इसका बचाव हमें स्वयं करना हैं, जरूरतें भी पूरी करनी हैं।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

सभी दुकानें खोलने के लिए दिया था ज्ञापन युवा व्यापारी संघ के जिलाध्यक्ष राजेश मोंगिया, उपाध्यक्ष शैलेंद्र बुंदेला, सुधीर खुराना, महामंत्री मोनू यादव ने बुधवार को आपदा प्रबंधन की बैठक के पहले एक ज्ञापन दिया जिसमें सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक दुकानें खोलने की मांग की गई थी। सभी व्यापारियों ने प्रशासन को भरोसा दिलाया था कि सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे। युवा व्यापारी संघ द्वारा दिए गए भरोसे के ज्ञापन पर प्रशासन ने सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक बाजार खोलने की अनुमति दी गई थी। जिस पर व्यापारी संघ की दुकानें 10 बजे के बाद ही खोली गई है। शाम 7 बजे सभी बंद हो गई थीं। इसके अलावा सोशल डिस्टेंस भी बना रहा। ---------------- दोपहर में लॉकडाउन जैसा नजारा पूरे बाजार खुलने के बाद दोपहर में 12 बजे से 3 बजे तक घंटाघर के चारों ओर बाजार में स्वमेव लॉकडाउन की स्थिति नजर आई। जिसके संबंध में घंटाघर पुलिस स्टाफ का कहना था कि पहले लॉकडाउन के दौरान भारी भीड़ नजर आती थी, लेकिन पूरा बाजार खुलने पर भीड़ मानों छंट गई है।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

सब्जी की दुकानें नहीं लगीं बाजार में भीड़ के कारक फुटपाथ पर सब्जी दुकानदार व हाथ ठेला बनते थे, प्रशासन ने सड़क पर लगने वाले इस सब्जी बाजार पर अंकुश लगाया जिसके कारण पहले दिन का पूरा बाजार खुला भी लेकिन भीड़ नजर नहीं आई।

Market opened from 7 am to 7 pm, less crowded than lockdown

प्रशासन को लोगों से जागरुकता की उम्मीद कलेक्टर तरुण राठी व एसपी हेमंत सिंह चौहान ने हमेशा बाजार खोलने के लिए लोगों व दुकानदारों की जागरुकता की उम्मीद की है। पूरा बाजार खोलने के पहले लोग उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं, जिस कारण बाजार खोलने के समय में परिवर्तन होता रहा है। यदि दमोह के लोग जागरुकता का परिचय देते रहेंगे तो कोरोना संक्रमण के बीच ठप पड़े बाजार में आर्थिक उजास की किरण भी बिखरने लगेगी। ऐसी उम्मीद पूरा प्रशासन दमोह के लोगों से कर रहा है।