
जयपुर में भाद्रपद शुक्ल एकादशी यानी जलझूलनी एकादशी आज विशेष संयोगों में मनाई जा रही है। मंदिरों में ठाकुरजी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। दोपहर बाद शहर में डोल झांकी निकाली जाएगी।

गोविन्ददेवजी मंदिर में मंगला आरती से ही भक्तों की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई। ग्वाल आरती के बाद सालिगरामजी को चौकी पर विराजमान कर संकीर्तन के साथ तुलसा मंच तक ले जाया जाएगा। यहां वेद मंत्रों के साथ पंचामृत अभिषेक कर आरती की जाएगी।

तुलसी मंच की चार परिक्रमा कर पुन: शालिगरामजी को मंदिर की एक परिक्रमा कराकर निज मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। राजभोग झांकी से पहले शालिगरामजी का वामन भगवान के रूप में पंचामृत अभिषेक किया जाएगा।

चौड़ा रास्ता स्थित राधादामोदर मंदिर में ठाकुरजी का नयनाभिराम शृंगार कर झांकी सजाई गई। शाम को भगवान नौका पर सवार होकर जलविहार की यात्रा करेंगे।

इसके अलावा गोनेर में िस्थत श्री लक्ष्मी जगदीश मंदिर में आज सवेरे भगवान लक्ष्मी जगदीश जी का विशेष श्रंगार किया गया। शाम को भगवान गोनेर तालब में नौका विहार की यात्रा करेंगे।