
रामभक्त हनुमान जी का ये प्राचीन मन्दिर किसी जंगल में नहीं, जयपुर शहर में चार दरवाजा के पास सैयद कॉलोनी स्थित रहीम कॉलोनी में है। (सभी फोटो - संजय कुमावत)

लोगों का दावा है कि यह मन्दिर बहुत पुराना है, यहां विभिन्न मुद्राओं में हनुमानजी की एकसाथ पांच मूर्तियां हैं। सभी मूर्तियां दुर्लभ और जयपुर बसने से भी पहले की हैं।

सरकार कला-शिल्प और धरोहरों को सहेजने के दावे कर रही है। लेकिन ये तस्वीरें इन दावों की पोल खोल रही हैं।

मन्दिर की इमारत खंडहर हो रही है। दीवारें-कमरे सब जर्जर हो रहे हैं। पूरे परिसर में गन्दगी का साम्राज्य है।

दुर्दशा के शिकार हो रहे पांच हनुमान मन्दिर की आखिर रविवार को सुध ली गई।

स्वच्छता और धरोहरों को सहेजने का नारा लगाने वाले प्रशासन से तो कोई नहीं पहुंचा, लेकिन विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं और लोगों ने पहुंचकर वहां सफाई की।

गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने ‘हे प्रभु संकट हरो’ शीर्षक से खबर प्रकाशित दुर्दशा का खुलासा किया था।

समिति के भारत शर्मा के नेतृत्व में श्रद्धालुओं ने गलता थानाधिकारी को परिवाद भी दिया, जिसमें मन्दिर की स्थिति सुधारने की दिशा में कार्रवाई करने की मांग की गई।

धरोहर बचाओ संघर्ष समिति, मिशन सेवा सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं, लोगों ने पहले पूरे मन्दिर परिसर का जायजा लिया, फिर श्रमदान शुरू किया। इसके तहत मुख्य स्थल की सफाई की गई।

कचरा-मलबा इतना था कि समिति के भारत शर्मा सहित हितेन मिश्रा, लवली कसना, नितेश नागर, नितेश मिश्रा, शिवम बैरवा, कृष्णकांत शर्मा, हिमांशु अग्रवाल आदि घंटों तक जुटे रहे, फिर भी सीमित स्थल की ही सफाई हो पाई। अब परिक्रमा सहित पूरे परिसर की सफाई की जाएगी।
