
जयपुर में दिवाली के त्योहार के मद्देनज़र वीकेंड पर रोडवेज बसों में यात्रियों का भारी दबाव देखने को मिला। दीपावली सीजन में रोडवेज बसों में यात्रीभार 96 प्रतिशत तक पहुंच गया, जिससे कंपनी की आय में भी इजाफा हुआ।

इस दौरान रोडवेज की कुल आय छह करोड़ रुपए दर्ज की गई, जो सामान्य दिनों की तुलना में लगभग एक करोड़ रुपए अधिक है। 20 अक्टूबर को दिवाली थी। तीन दिन पहले यानी 17 अक्टूबर से यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हुई।

19 अक्टूबर तक बसों में सीटों के लिए भारी मारामारी देखने को मिली। जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ स्पष्ट रूप से देखी गई। रोडवेज ने बढ़ते यात्रीभार को ध्यान में रखते हुए जयपुर से विभिन्न रूटों के लिए अतिरिक्त सौ बसें चलाने की व्यवस्था की।

इस दौरान परिवहन विभाग की ओर से निजी बसों पर की गई कार्रवाई का भी असर देखा गया। यात्रियों ने सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से रोडवेज बसों में सफर करना बेहतर समझा। अधिकारियों का कहना है कि आगामी त्योहारों में और बेहतर प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाएगी।

दिवाली के अवसर पर रोडवेज की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि समय पर योजना और अतिरिक्त संसाधनों के प्रबंध से यात्रियों की सुविधा और निगम की आय दोनों बढ़ाई जा सकती हैं।