
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर इलाके में रविवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। विस्फोट का प्रभाव इतना जोरदार था कि जहां फैक्ट्री चल रही थी वह तो मलबे के ढेर में तब्दील हो ही गया बल्कि आसपास के कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।

कोलकाता से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर में नीलगंज के मोशपोल इलाके में विस्फोट सुबह लगभग दस बजे हुआ। धमाके की आवाज मीलों तक गूंज गई। मामले की जानकारी पाकर दत्तपुकुर थाने के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने मोर्चा संभाला। बम स्क्वायड के कर्मी भी घटनास्थल पर तैनात किए गए।

बुलडोजर की मदद से ढहे हुए मकानों का मलबा हटाया गया। तीन महीने पहले भी पूर्वी मेदिनीपुर जिले के इगरा में खादीकुल गांव में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में फैक्ट्री के मालिक भानु बाग सहित 12 लोग मारे गए थे।

धमाके के स्थल के आस-पास के 50 से अधिक घरों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है। मलबे के नीचे लोगों के दबे होने की आशंका जताई है। मामले की जांच चल रही है।

जिस समय धमाका हुआ उस समय कई लोग कारखाने में काम कर रहे थे। घायलों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को बारासात जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।