
कला दीर्घा में कोटा हैरिटेज सोसायटी व हाड़ौती नैचुरलिस्ट सोसायटी की ओर से वाइल्ड लाइफ ऑफ द चम्बल फोटोग्राफी एग्जीबिशन एण्ड वाइल्ड लाइफ फिल्म स्क्रीनिंग की शुरुआत हुई।

कोटा कला दीर्घा में पुराने कोटा की सौ साल पुरानी तस्वीरें भी प्रदर्शित की गई हैं। इन 25 तस्वीरों में पुराने कोटा के इतिहास की झलक दिख रही है।

यहां सारस पर विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें 20 तस्वीरें शामिल हैं।

मुख्य अतिथि जिला कलक्टर रोहित गुप्ता थे। उन्होंने कहा कि कला किसी भी शहर की संस्कृति का परिचायक होती है। यहां कलाकार आ रहे हैं, उनकी कृतियों को सराहा जा रहा है। ये ही कलाकार शहर को एक नई सूरत देंगे।

कोटा को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए कुछ नया करने जा रहे हैं। इसके तहत शहर की दीवारों पर कलाकारों को अपनी कला दिखाने का मौका दिया जाएगा। इसमें जिला प्रशासन मदद भी करेगा। उन्होंने स्थानीय छायाकारों के चित्रों को सराहा। कार्यक्रम में इंटरनेशनल क्रेन फाउण्डेशन के डॉ. के.एस. गोपीसुंदर व मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के डीसीएफ एस आर. यादव विशिष्ट अतिथि थे।

चम्बल पर रियासतकालीन पुल, रामपुरा दरवाजा, खाई रोड, चम्बल नदी में उतरता हवाई जहाज, दशहरा मेले का ऐतिहासिक दृश्य, राजपरिवार के वैवाहिक समारोहों की तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया है।

प्रदर्शनी के तहत शाम को हाड़ौती नैचुरलिस्ट सोसायटी के सचिव रविन्द्रसिंह तोमर द्वारा ब्रोकन टेल फि ल्म का प्रदर्शन किया गया। निर्देशक सेपा गिवलिन की इस फि ल्म के साथ-साथ मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र में ही ब्रोकन टेल की दर्दनाक मौत के बारे में बताया गया।

ब्रोकन टेल टाइगर की मौत राजधानी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हो गई थी। फिल्म में ब्रोकन टेल की यात्रा के बारे में बताया गया। रणथम्भौर से विचरण करते हुए कोटा तक पहुंचने की कहानी और मौसम को फि ल्म के जरिए बताया गया।

फोटो प्रदर्शनी 4 अक्टूबर तक चलेगी।

प्रतिदिन सुबह 10 से 7 बजे तक आमजन के लिए खुली रहेगी।

45 फोटोग्राफ र्स की करीब 80 प्रविष्टियों को कलादीर्घा में प्रस्तुत किया गया है।