कोटा. नगर निगम प्रशासन की ओर से शहर में स्थायी के साथ अस्थायी रैनबसेरे तो बना दिए गए, लेकिन जरूरतमंदों को इनकी जानकारी नहीं होने से ये रैनबसेरे खाली नजर आए। वहीं गरीब और बीमार अब भी सड़कों के किनारे फुटपाथों पर खुले में जैसे-तैसे रात काटते नजर आए। राजस्थान पत्रिका टीम ने सोमवार रात शहर के विभिन्न क्षेत्रों समेत रैनबसेरों का जायजा लिया तो ये हालात नजर आए।