
बेशक स्कूलों में बच्चें किताबी ज्ञान लेते हों लेकिन असल जिंदगी की पढ़ाई तो हमारे मां-बाप ही हमें सिखाते हैं। कौन-सी चीज करनी है, कौन-सी दूर रहना है। नैतिक शिक्षा असल में कोई सिखाता है, तो वह मां-बाप ही होते हैं। जो बच्चे को जिंदगी के असल मायने सिखाते हैं।

हाल ही में एक बच्चा पढ़ाई करने से आनाकानी कर रहा था। तब मां ने समझाया कि अगर पढ़ेगा-लिखेगा नहीं तो पैसे कैसे कमाएगा। बढ़ा आदमी कैसे बनेगा। इसपर बच्चे ने कहा कि वो कमा लेगा पैसे... तो मां ने बच्चे को सबक सिखाने और उसकी बेफिजूल मांगों को रोकने के लिए कुछ ऐसा किया जो सबसे अलग है।

मां ने अपने 5 साल के बेटे से सड़क किनारे पड़ी प्लास्टिक और कांच की बोतलें उठवाईं। जिसके बाद उसे बाजार में बेचने के लिए भी कहा। मां की इस नैतिक शिक्षा में उसके पिता ने भी उसका साथ दिया। हालांकि बच्चे को कुछ हो न जाए इसके लिए मां और बाप दोनों ने अपने-अपने काम से छुट्टी ले ली।

जिसके बाद मां-बाप ने अपनी इस स्टोरी को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया। साथ में लोगों को ये भी बताया कि कैसे उनके बेटे ने मेहनत की और बाकी मां-बाप भी अपने बच्चे को कैसे नैतिक शिक्षा के मूल्य समझा सकते हैं। सोशल मीडिया पर शेयर स्टोरी में उन्होंने लिखा कि उनका बेटे ने 2 किमी के अंदर पहले सड़क पर बोतलें इकट्टी की, फिर उसके बाद उसे बेचा भी। सारी बोतलें आधे डॉलर में बिकी।

मां सोशल मीडिया पर आगे लिखती हैं कि उनका बेटा थक गया और फिर उसने बस ने घर चलने की जिद की। लेकिन मां ने कहा कि क्या उसके पास बस में जाने के लिए पैसे हैं। हम बस में जा सकें इसके लिए हमें और बोतलें इकट्टी करनी होगी। नहीं तो हम पैदल जा सकते हैं।

आगे लिखती हुई मां बताती हैं कि उनका बेटा और काम करने की स्थिति में नहीं था लिहाजा उसने पैदन चलने के लिए कहा। वहीं रास्ते में उसे फिर आइसक्रीम खाने की तलब लगी लेकिन फिर मैंने पैसे की बात की तो उसे समझ आ गया कि उसकी बेफिजूल डिमांडों को पूरा करने के लिए पैसे की जरूरत होती है। जो कि बहुत मेहनत से कमाया जाता है।