
Rajeev Agarwal
पीलीभीत। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने नगर पालिका परिषद पीलीभीत के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा नेता राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी को भ्रष्टाचार के एक मामले में लगातार न्यायालय में तारीखों पर न्यायालय न आने पर जेल भेज दिया। उनपर उनके कार्यकाल के दौरान साढे़ पांच लाख रूपये के फर्जी भुगतान के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने बाद विवेचना चार्जशीट दाखि़ल की थी। भ्रष्टाचार के विचाराधीन मामले में जिला जज ने यह बड़ी कार्यवाही की है।
यह था मामला
तत्कालीन जिलाधिकारी को पूर्व पालिकाध्यक्ष राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की लिखित शिकायत मिली थी जिसकी जांच उन्होने सदर तहसील पीलीभीत के तत्कालीन नायब तहसीलदार हेमेंद्र कुमार मिश्र को दी। नायब तहसीलदार हेमेन्द्र कुमार मिश्र ने अपनी जांच में पूर्व पालिकाध्यक्ष के खिलाफ लगाए गए आरोप सही पाये और उन्होने 21 मार्च 2004 में नगर पालिका परिषद पीलीभीत के पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी के विरुद्ध भ्रष्टाचार की एफआईआर दर्ज कराई थी। पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका राजीव अग्रवाल टीटी पर उनके कार्यकाल के दौरान 5,57,722 रुपये का फर्जी भुगतान करके भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। इस मामले में पुलिस ने भी अपनी विवेचना पूरी करते हुए आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया था।
लंबे समय से लगातार गैरहाज़िर थे न्यायालय से
लंबित मुकदमे के दौरान न्यायालय से लंबे समय से गैरहाजिर होने पर कोर्ट ने उनके खिलाफ कई गैर जमानत वारंट जारी किये गए थे। इन वारंटों पर भी वे न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई थी। आज वे इस मामले में न्यायालय में उपस्थित हुए तो उनको जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने उनको हिरासत में लेने का आदेश किया था। जिसके बाद में उनको न्यायालय से ही जेल भेज दिया गया।
यह हैं राजनीति पृष्ठभूमि
राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी पीलीभीत की राजनीति में कद्दावर नेता हैं। वो पीलीभीत नगर पालिका परिषद से एक बार अध्यक्ष रहे इसके बाद कभी नहीं जीते। उन्होनें 2014 के लोकसभा चुनाव में सांसद व कैबिनेट मंत्री मेनका संजय गांधी के खिलाफ आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ा था। इसके बाद अभी हाल ही में विधानसभा चुनाव में उन्होनें भाजपा का दामन थामा और फिलहाल भाजपा में ही हैं।
Published on:
24 Oct 2018 11:28 am
बड़ी खबरें
View Allपीलीभीत
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
