धरने के दौरान ड्यूटी कर रहे सिपाही दुष्यंत को बंधक बनाकर पीटने का भी आरोप है।मामला संज्ञान में आने के बाद अफसरों ने सख्ती दिखाई। कोतवाली प्रभारी श्रीकांत की ओर से मामले में बलवा, निषेधाज्ञा का उल्लंघन, सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी कर्मचारी पर हमला करने, क्रिमिनल लॉ एक्ट की धारा सात के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। इसमें कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रीत सिंह चब्बा, भाकपा माले नेता कृष्णा अधिकारी, किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष यूसुफ मलिक, बहुजन क्रांति मोर्चा के पंकज नागवंशी समेत 33 नामजद और 100 अज्ञात को आरोपी बनाया गया।