
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में टाइगर ने कुछ दिनों से दहशत फैला रखी थी। 13 दिनों तक वन विभाग की टीम ने अभियान चलाकर टाइगर को पकड़ लिया है। वह तेज आवाजों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। बताया जा रहा है कि पटाखों और गाड़ियों की तेज आवाज के कारण उसे सुनने में दिक्कत हो रही है।
प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) मनीष सिंह ने बताया कि यह पहली बार है जब हमने किसी टाइगर को सुनने में दिक्कत होने की आशंका के साथ पकड़ा है। उन्होंने बताया कि इस टाइगर के 14x14 सेमी आकार के पैरों के निशान बताते हैं कि यह 10 लोगों की जान ले चुका है। आखिरी बार 9 सितंबर को माला वन रेंज के एक गांव के पास उसने एक शख्स पर हमला कर मार डाला था। टाइगर स्वस्थ दिख रहा था और उसे कोई चोट नहीं दिख रही थी।
पीलीभीत में इस बाघ की वजह से लोगों में दहशत था। अब तक खुंखार बाघ ने 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। सोमवार को वन विभाग की टीम ने अभियान चलाकर टाइगर को पकड़ लिया है। उसे जंगल में सुरक्षित रखकर उसकी निगरानी की जा रही है। बाघ की उम्र 8 साल बताई जा रही है।
Updated on:
25 Sept 2024 12:18 pm
Published on:
25 Sept 2024 12:15 pm
बड़ी खबरें
View Allपीलीभीत
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
